Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 10:37 AM
समय रहते अगर गांव बड़ा पिंड में 7 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म करने के पश्चात उसकी हत्या करने वाले आरोपी सुरेन्द्र कुमार पुत्र ब्रिजन पटेल जोकि गांव बड़ा पिंड में पिछले करीब 3 वर्षों से रह रहा था, को पुराने मामले में गिरफ्तार किया होता तो आज मासूम 7...
गोराया(मुनीश): समय रहते अगर गांव बड़ा पिंड में 7 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म करने के पश्चात उसकी हत्या करने वाले आरोपी सुरेन्द्र कुमार पुत्र ब्रिजन पटेल जोकि गांव बड़ा पिंड में पिछले करीब 3 वर्षों से रह रहा था, को पुराने मामले में गिरफ्तार किया होता तो आज मासूम 7 वर्षीय बच्ची लक्ष्मी हम सबके बीच होती। इसे पुलिस की नालायकी कहा जा सकता है कि उक्त आरोपी सरेआम गोराया के गांव बड़ा पिंड में पिछले करीब 3 वर्षों से रह रहा था व सरेआम घूम रहा था जो जी.आर.पी. पुलिस को वांछित था।
मार्च 2008 में 9 वर्ष की बच्चों के साथ दुष्कर्म करने के बाद की थी हत्या
गोराया पुलिस की ओर से 3 दिन के रिमांड पर लिए जाने के बाद आरोपी सुरेन्द्र से कई अहम खुलासे हुए हैं जिसमें पता चला है कि 17 मार्च 2008 को उक्त आरोपी जो फगवाड़ा में रिक्शा चलाता था ने एक 9 वर्ष की बच्ची के साथ रेलवे स्टेशन के समीप दुष्कर्म करने के पश्चात उसकी हत्या कर दी थी जिसके खिलाफ जालंधर में जी.आर.पी. पुलिस ने मामला दर्ज किया था। वारदात को अंजाम देने के पश्चात आरोपी करीब डेढ़ वर्ष अमृतसर में रहा व डेढ़ वर्ष के लिए बिहार भाग गया था जिस कारण आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर था। इसके बाद से वह बड़ा पिंड में ही रह रहा था व अदालत ने उसे भगौड़ा करार दे दिया था।
आदेशों के बावजूद क्यों नहीं की जा रही किराएदारों की जांच
पुलिस अधिकारियों की ओर से समय-समय पर आदेश तो दिए जाते हैं कि सभी मकान मालिक अपने किराएदारों के प्रूफ व वैरीफिकेशन पुलिस स्टेशन में करवाएं लेकिन लगता है वह आदेश मात्र कागजों तक ही सीमित हैं। न तो पुलिस प्रशासन की ओर से यह जांच गंभीरता से की जा रही है और न ही मकान मालिक अपने किराएदारों की जांच करवाना जरूरी समझते हैं। अगर इस आरोपी की पुलिस ने पहले ही जांच की होती तो आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा सकता था।
भगौड़ा चला आ रहा आरोपी सरेआम पुलिस के सामने रहा घूमता
अब यहां हैरानी की बात तो यह है कि इतने वर्षों से भगौड़ा चला आ रहा आरोपी सरेआम इलाके में घूमता रहा लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। अगर पुलिस उसे काबू कर लेती तो एक मासूम की जान बच सकती थी।
गोराया पुलिस की पूछताछ में हुआ खुलासा : एस.एच.ओ. परमिंदर सिंह
थाना गोराया के एस.एच.ओ. परमिंदर सिंह ने बताया कि आरोपी सुरेन्द्र का पुलिस ने तीन दिन का रिमांड हासिल किया था जिसमें आरोपी से कई अहम खुलासे गोराया पुलिस ने किए। आरोपी ने बताया कि उसने वर्ष 2008 में भी अपने पड़ोस में रहने वाली 9 वर्ष की एक लड़की जिसे वह उसके परिवार के साथ स्टेशन छोडऩे गया था व उसे पानी पिलाने के बहाने ले आया था के साथ दुष्कर्म करने के पश्चात गला दबाकर उसकी हत्या करके फरार हो गया था। उसके खिलाफ जी.आर.पी. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। जी.आर.पी. पुलिस को सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है।