Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Feb, 2018 09:19 AM
नया बाजार में हुई भारी तोडफ़ोड़ को देखने के बावजूद चंद कदम की दूरी पर स्थित मीना बाजार के कुछ दुकानदार अपने कब्जे छोडऩे को राजी नहीं हो रहे। इस कारण आने वाले समय में बाकी दुकानदारों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
जालंधर (खुराना): नया बाजार में हुई भारी तोडफ़ोड़ को देखने के बावजूद चंद कदम की दूरी पर स्थित मीना बाजार के कुछ दुकानदार अपने कब्जे छोडऩे को राजी नहीं हो रहे। इस कारण आने वाले समय में बाकी दुकानदारों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि निगम टीम ने 3 दिन पहले मीना बाजार के एंट्री प्वाइंटों पर हुए कब्जों को डिच मशीन से तोड़ा था और बाकी दुकानदारों को खुद कब्जे तोडऩे हेतु 2 दिन का समय दिया था। बाकी दुकानदारों ने तो अपने थड़े खुद तोडऩे का काम शुरू कर दिया है परंतु जहां निगम ने डिच चलाई थी वहां पुन: दुकानें सज गई हैं और टिकियां वाला चौक की साइड पर लगता ही नहीं कि निगम ने यहां कब्जे हटाने हेतु कार्रवाई की है। वहां सड़कों पर फिर कब्जे करके फडिय़ां लगा दी गई हैं।
कहां गायब हो गया पुराना नाला
शहर के पुराने जानकारों ने देखा होगा कि मीना बाजार में मार्कीट की एक साइड पर बड़ा नाला हुआ करता था। दुकानदारों ने पहले इस नाले के ऊपर थड़े बनाए और बाद में अपने शटर आगे निकालकर पूरी की पूरी दुकानें नाले के ऊपर बना लीं। कुछ माह पहले निगम टीम ने यहां पैमाइश भी की परंतु अभी भी नाले को पूरी तरह खाली नहीं करवा पाई। अब हाईकोर्ट द्वारा गठित टीम को यह देखना होगा कि क्या निगम कर्मियों ने पैमाइश करते समय कोई गलती की या निगम टीम आने वाले समय में नाले पर हुए कब्जे को पूरी तरह तोड़ती है या नहीं।
नया बाजार हेतु नहीं मिली फोर्स
निगम के बिल्डिंग विभाग ने नया बाजार के 10 कब्जे तोडऩे हेतु जालंधर पुलिस से अतिरिक्त फोर्स की मांग की थी और शुक्रवार को बड़ा आप्रेशन करने की पूरी तैयारी थी परंतु ऐन मौके पर फोर्स उपलब्ध न हो पाने के कारण निगम ने अपना अभियान कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया।