Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 11:37 AM
नए साल के पहले सप्ताह में ही डी.सी. दफ्तर कर्मचारियों की अपनी मांगों को लेकर डी.सी. के साथ ठन गई, जिसके फलस्वरूप द पंजाब स्टेट डिस्ट्रिक्ट (डी.सी.) आफिस इम्प्लाइज एसो. के जालंधर यूनिट ने बाद दोपहर जिला प्रधान नरेश कुमार की अध्यक्षता में...
जालंधर(अमित): नए साल के पहले सप्ताह में ही डी.सी. दफ्तर कर्मचारियों की अपनी मांगों को लेकर डी.सी. के साथ ठन गई, जिसके फलस्वरूप द पंजाब स्टेट डिस्ट्रिक्ट (डी.सी.) आफिस इम्प्लाइज एसो. के जालंधर यूनिट ने बाद दोपहर जिला प्रधान नरेश कुमार की अध्यक्षता में अनिश्चितकालीन कलमछोड़ हड़ताल पर जाने का फैसला ले लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर को डी.सी. दफ्तर कर्मचारी यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल ने डी.सी. वरिंदर कुमार शर्मा से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि बाहरी जिलों से बदलकर आने वाले सीनियर सहायकों को एन.ओ.सी. न दी जाए।
अपने ज्ञापन में यूनियन का कहना है कि उनकी तरफ से डी.सी. को इससे पहले भी 15-07-2017, 24-08-2017, 15-09-2017 और 25-10-2017 को मांग-पत्र देते हुए इस बात की गुहार लगाई गई थी कि बाहरी जिलों से बदलकर आने वाले सीनियर सहायकों को एन.ओ.सी. न जारी की जाए। इतना ही नहीं नए साल की बधाई देते समय भी यूनियन की तरफ से मौखिक रूप से इस बात को लेकर निवेदन किया गया था। मगर इसके बावजूद डी.सी. द्वारा 01-01-2018 को ऐसे ही एक कर्मचारी को एन.ओ.सी. जारी कर दिया गया, जिस वजह से डी.सी. दफ्तर जालंधर में काम करने वाले समूह कर्मचारियों में रोष की भावना दौड़ गई। इसलिए सारे कर्मचारियों ने एक आपातकालीन मीटिंग में इस बात का फैसला लिया है कि समूह कर्मचारी तुरंत प्रभाव से अनिश्चितकालीन कलमछोड़ हड़ताल पर जा रहे हैं और उस समय तक हड़ताल जारी रखी जाएगी, जब तक डी.सी. द्वारा जारी किया गया एन.ओ.सी. रद्द नहीं किया जाता। इतना ही नहीं अगर कोई भी प्रभावित कर्मचारी मानसिक परेशानी का शिकार होता है या किसी कर्मचारी का कोई नुक्सान होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
कोई हड़ताल नहीं है, मामला सुलझा लिया गया है : डी.सी.
डी.सी. वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि कोई हड़ताल नहीं हुई । कर्मचारियों के साथ जो मामूली विवाद था, उसको सुलझा लिया गया है। उनकी परेशानी को लेकर बीच का रास्ता निकाला गया है। हड़ताल समाप्त हो गई है। सारा काम पहले की भांति निर्विघ्न जारी रहेगा।
सरकारी हिदायतों का भी ज्ञापन में किया जिक्र
कर्मचारियों ने अपने ज्ञापन में सरकार की हिदायतों का भी जिक्र किया है, जिसके अनुसार सरकारी विभाग में भर्ती केवल तीन तरीके से हो सकती है, जिसमें सीधी भर्ती, पदोन्नति द्वारा और प्रदेश सरकार के दूसरे विभागों से बदली द्वारा ही संभव है। मगर सरकार ने तीसरे तरीके को लेकर साफ किया है कि ऐसा तभी करना चाहिए, जब कोई विशेष कारण हो। जैसे कि पहले दो तरीकों से भर्ती करने हेतु योग्य उम्मीदवार उपलब्ध न हो। इसके साथ ही ऐसा करने से पहले सारे सरकारी विभागों में पोस्ट को लेकर पूरी जानकारी दे देनी चाहिए।
हाल ही में नियुक्त पी.ए. और पठानकोट से आने वाले कर्मचारी को लेकर फूटा आक्रोश
डी.सी. दफ्तर सूत्रों की मानें तो हाल ही में डी.सी. ने अपने बतौर पी.ए. एक कर्मचारी को तैनात किया है जोकि सीधा सैक्रेटेरिएट से बदलकर यहां आया था। इसके साथ पठानकोट से आने वाले एक अन्य कर्मचारी को डी.सी. द्वारा दी गई एन.ओ.सी. के कारण डी.सी. दफ्तर कर्मचारियों के अंदर आक्रोश फूट पड़ा था, जिसकी वजह से कलमछोड़ हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया।
डी.सी. का फैसला गलत, इस तरह तो हम बिना तरक्की के ही रिटायर हो जाएंगे : नरेश कुमार
डी.सी. दफ्तर इम्प्लाइज एसो. के जिला प्रधान नरेश कुमार ने बताया कि अगर बाहरी जिलों से लाकर सीनियर सहायक हमारे ऊपर नियुक्त किए जाते रहे तो तरक्की का इंतजार कर रहे हमारे जैसे कर्मचारियों का क्या होगा? इस तरह से तो हम बिना तरक्की के ही रिटायर हो जाएंगे, क्योंकि हमारी सीनियोरिटी लिस्ट पर इसका सीधा असर पड़ेगा। नरेश ने कहा कि वे डी.सी. के पास अपनी बात लेकर गए थे, मगर उनकी तरफ से कोई खास जवाब नहीं दिया गया, जिस वजह से हमें यह कदम उठाना पड़ा।