बूथों की बकाया राशि को लेकर प्रशासन हुआ सख्त

Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Mar, 2018 11:49 AM

governance took place strictly

डी.ए.सी. के अंदर बने हुए बूथों में अपना कारोबार करने वाले कुछ बूथ होल्डर जिसमें वसीका नवीस, टाइपिस्ट, फोटोस्टेट मशीन, कम्प्यूटर टाइपिंग, एस.टी.डी.-पी.सी.ओ., अष्टामफरोश आदि शामिल हैं, की तरफ जिला प्रशासन का लाखों रुपए बकाया है, जिसे लेकर जिला प्रशासन...

जालंधर(अमित): डी.ए.सी. के अंदर बने हुए बूथों में अपना कारोबार करने वाले कुछ बूथ होल्डर जिसमें वसीका नवीस, टाइपिस्ट, फोटोस्टेट मशीन, कम्प्यूटर टाइपिंग, एस.टी.डी.-पी.सी.ओ., अष्टामफरोश आदि शामिल हैं, की तरफ जिला प्रशासन का लाखों रुपए बकाया है, जिसे लेकर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया हुआ है। कुछ बूथ होल्डरों से बार-बार किराया मांगने पर भी जमा न करवाने की वजह से प्रशासन द्वारा बूथों का कब्जा लेने का फैसला लिया गया है।

इसी कड़ी में डी.सी. वरिंद्र कुमार शर्मा के आदेशानुसार सहायक कमिश्नर डा. बी.एस. ढिल्लों ने एस.डी.एम. जालंधर-2 को पत्र लिखकर 21 बूथों का कब्जा लेने के लिए कहा है। गौर हो कि पंजाब केसरी द्वारा इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था कि कैसे कुछ बूथ होल्डरों को अपना-अपना बकाया किराया जमा करवाने संबंधी प्रशासन की तरफ से कई बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं, मगर उनकी तरफ से आज तक किराया जमा नहीं करवाया गया। डी.सी. द्वारा तहसीलदार को निर्देश जारी किए गए थे कि वह तुरंत इस बात को सुनिश्चित करें कि उक्त सारे बूथ होल्डरों द्वारा अपना-अपना बकाया जिला नाजिर के पास अपने एक तस्दीकशुदा आई.डी. प्रूफ के साथ जमा करवाया जाए, अगर कोई बूथ होल्डर किराया जमा नहीं करवाता तो उसके बूथ की अलाटमैंट रद्द करने की कारवाई आरंभ की जाए। 

कई बूथ होल्डर पूरे साल का किराया एकमुश्त देने को तैयार
तहसील में कुछ बूथ होल्डर जानबूझकर किराया देरी से जमा करवाते हैं, मगर अधिकतर बूथ वाले ऐसे हैं जो अपना किराया समय पर देना चाहते हैं। ऐसे लोगों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि वह पूरे साल का किराया उनसे एकमुश्त ही ले ले, ताकि वे बार-बार किराया जमा करवाने के झंझट से मुक्ति पा सकें। 

बूथों के बाहर चिपकाए नोटिस, तहसील में मचा हड़कंप
डी.सी. के आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला नाजिर ने बुधवार को सभी 21 बूथों पर नोटिस चिपकाए, जिसमें बूथ नं. 6, 9, 12, 16, 17, 19, 53, 58, 169, 183, 192, 196, 204, 2&2, 241, 249, 261, 267, 273, 288 और 290 शामिल हैं। नोटिस में सभी बूथ होल्डरों को अपना-अपना सामान खुद ही बाहर निकालने के लिए कहा गया है ताकि कब्जा लेने की प्रक्रिया में उन्हें कोई परेशानी न उठानी पड़े। उक्त चेतावनी से पूरे तहसील काम्पलैक्स में कारोबार करने वालों के बीच हड़कंप-सा मच गया।  
 
बूथों का कब्जा लेने का निर्देश मिला है, यथावत होगा पालन : एस.डी.एम.-2
एस.डी.एम.-2 परमवीर सिंह ने कहा कि उन्हें डी.सी. द्वारा 21 बूथों का कब्जा लेने का निर्देश मिला है, जिसका यथावत पालन किया जाएगा। 1-2 दिन में सभी बूथों का कब्जा ले लिया जाएगा।  

किसी के साथ धक्का करना नहीं मकसद, मैरिट के आधार पर मिल सकती है छूट : डी.सी.
डी.सी. ने कहा कि प्रशासन का मकसद किसी के साथ धक्का करना नहीं है, मगर बूथ होल्डरों को भी सोचना चाहिए कि वह अपने बूथों का किराया समय पर जमा करवाएं। अगर किसी बूथ होल्डर का किराया जमा न करवाने का कारण सच्चा होगा तो मैरिट के आधार पर उसके बूथ का कब्जा लेने से छूट मिल सकती है। मगर उस सूरत में भी गुरुवार को हर हाल में किराया जमा करवाना अनिवार्य होगा।


 

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