Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 09:37 AM
कै. अमरेन्द्र सरकार राजनीतिक द्वेष की भावना में पी.टी.यू. के उप-कुलपति डा. रजनीश अरोड़ा को झूठे मामले में फंसा रही है। प्रदेश भाजपा के सचिव व प्रवक्ता दीवान अमित अरोड़ा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने पंजाब में कानून को मजाक बनाकर...
जालंधर(चोपड़ा): कै. अमरेन्द्र सरकार राजनीतिक द्वेष की भावना में पी.टी.यू. के उप-कुलपति डा. रजनीश अरोड़ा को झूठे मामले में फंसा रही है। प्रदेश भाजपा के सचिव व प्रवक्ता दीवान अमित अरोड़ा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने पंजाब में कानून को मजाक बनाकर रख दिया है।
एक तरफ डा. रजनीश अरोड़ा को बिना किसी जांच के पी.टी.यू. मामले में गिरफ्तार किया जा सकता है तो खनन मामले में फंसे कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह पर इतनी नजर-ए-इनायत क्यों है? आखिर अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? अरोड़ा ने कहा कि राणा गुरजीत पर सीधा आरोप है कि उन्होंने मंत्री पद का लाभ उठाते हुए अपने चहेतों अमित बहादुर को 26.52 करोड़ व कुलविन्द्र सिंह को 9.31 करोड़ रुपए के खनन के ठेके दिलवाए जबकि नारंग कमिशन ने भी अपनी जांच में कहा है कि उक्त खदानें रद्द होनी चाहिएं। उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। डा. अरोड़ा की भांति करोड़ों रुपए के खनन मामले में चल रही जांच को देखते हुए राणा गुरजीत को भी तुरंत मंत्री पद से हटाकर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि डा. अरोड़ा एक ईमानदार व्यक्ति हैं और उन्होंने उप-कुलपति के कार्यकाल के दौरान जितने भी फैसले लिए हैं वे नियमों के मुताबिक ही लिए हैं।