Edited By Updated: 20 Nov, 2015 11:28 AM
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस को राष्ट्र विरोधी पार्टी घोषित करने की मांग उठाई है।
चंडीगढ़/होशियारपुर : पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस को राष्ट्र विरोधी पार्टी घोषित करने की मांग उठाई है। यहां पंजाब भवन में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि तथा कथित सरबत खालसा में सामने आई भूमिका से साफ है कि कांग्रेस पंजाब का माहौल बिगाड़ रही है। सरबत खालसा के मंच पर इस्तेमाल भाषा और पारित प्रस्तावों में खालिस्तानी मूवमैंट दोबारा से जिंदा करने की कोशिश साफ झलकती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की सोशल मीडिया पर वायरल हुई बातचीत इस बात का सबूत है कि कांग्रेस नेताओं ने सब कुछ जानते हुए भी न केवल सरबत खालसा आयोजकों को उत्तेजित किया बल्कि समागम में शामिल भी हुए। गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के तार विदेशों से जुड़े होने के दावे से जुड़े सवाल पर सुखबीर ने कहा कि इस षड्यंत्र का पर्दाफाश करने के लिए जांच सी.बी.आई. को सौंपी गई है।
उन्होंने दावा किया कि पंजाब पुलिस के पास कई अहम सबूत हैं, जो सी.बी.आई. को सौंपे जाएंगे। उपमुख्यमंत्री ने उन अटकलों पर विराम लगा दिया, जिसमें भाजपा के सद्भावना रैलियों में शामिल नहीं होने की बात कही जा रही थी। सुखबीर ने कहा कि सद्भावना रैलियों को भाजपा का पूरा समर्थन है। पंजाब भाजपा अध्यक्ष कमल शर्मा के साथ उनकी बैठक हुई है।
बैठक में सद्भावना रैलियों को लेकर शिअद-भाजपा ने सांझी रणनीति तैयार की है। वहीं चंडीगढ़ रोड पर स्थित एक होटल में अकाली-भाजपा वर्कर्ज को संबोधित करते उपमुख्यमंत्री व शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि कांग्रेस की शह पर गठित सरबत खालसा के नाम पर पंजाब की अमन-शांति को भंग करने वाले कट्टरपंथियों के खिलाफ दर्ज किए गए देश द्रोह के मामलों की भांति इस मामले को भड़काने वाले कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ भी पंजाब सरकार देश द्रोह के मामले दर्ज करने पर विचार कर रही है। नवांशहर में पार्टी वर्कर्ज की बैठक को संबोधित करने आ रहे शिरोमणि अकाली दल के प्रधान तथा पंजाब के डिप्टी मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल का कांग्रेस विधायक गुरइकबाल कौर बबली के नेतृत्व में काली झंडियों से घेराव करने जा रहे कांग्रेसी वर्कर्ज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान पूर्व जिला प्रधान राणा कुलदीप सिंह, यूथ नेता अंगद सिंह सैनी, नगर कौंसिल प्रधान ललित मोहन पाठक, पार्षद सचिन दीवान, वरिन्द्र कुमार, कुलवंत कौर, मनजीत कौर, सुरिन्द्र ङ्क्षछदा, ए.एस. सरीन आदि के अतिरिक्त करीब 60-70 कांग्रेसी वर्कर्ज को बलपूर्वक पुलिस ने गिरफ्तार किया।