Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 02:10 PM
आजकल पंजाबी सभ्याचार और पंजाबी लोग गायकी लुप्त हो रही है। लच्चर गायकी द्वारा पंजाब और पंजाबी विरसे का मजाक बनाया जा रहा है।
फरीदकोटः आजकल पंजाबी सभ्याचार और पंजाबी लोग गायकी लुप्त हो रही है। लच्चर गायकी द्वारा पंजाब और पंजाबी विरसे का मजाक बनाया जा रहा है। पंजाबी गानों में लड़कियों को घटिया नामों से संबोधित कर घटिया मानसिकता को दर्शया जाता है। इस तरह की गायकी हमें परोसी जा रही है जिसे परिवार में बैठ कर नहीं सुना जा सकता।
पंजाबी विरसे और पंजाबी बोली के लिए लगातार संघर्ष किया जा रहा है। पंजाबी लोग गायकी बचाने के लिए प्रोफैसर पंडित राव ने एक मुहिम चलाई जिसके अंतर्गत उन्होंने इस तरह के लच्चर गानों को लिखने और गाने वालों विरुद्ध हर गांव और शहर जाकर प्रचार किया। इस मुहिम को आगे चलाते हुए पप्पा भक्त भाईका ने लच्चर गायकी को भगाएं पंजाबी विरसे को बचाएं का नारा लेकर हर गांव और शहर जा कर लोगों और नौजवानों को प्रेरित किया। उनका कहना है कि लोगों पर खासकर हमारी युवा पीड़ी को इस तरह की लच्चर गायकी को श्रवण करने की बजाय पंजाबी लोग गायकी को प्रथमिकता देनी चाहिए। उनकी इस मुहिम में बहुत से नौजवान उनके साथ जुड़ते जा रहे हैं।
इस मौके पर पंजाबी गीतकार पप्पा भक्त भाईका ने फरीदकोट शहर के कोने-कोने और कालेजों में जाकर पंजाबी विरसे को बचाने और लच्चर गायकी को ख़त्म करने के लिए प्रचार किया। उन्होंने बताया कि वह पंजाब के हर गांव,हर शहर में जाकर इसका प्रचार कर रहे हैं और नौजवानों को एक सीख दे रहे हैं कि वह लच्चर गायकी को त्याग कर अच्छी और साफ सुथरी गायकी को अपनाएं। उन्होंने कहा कि गीतकारों को भी ऐसे गाने लिखने चाहिए जिन्हें घर में पूरे परिवार के साथ बैठ कर सुना जा सके।