Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Feb, 2018 09:16 AM
मालेरकोटला जेल में एक बंदी को दवाई के बहाने रिश्वत लेकर उसकी बहन के विवाह में शामिल करने के मामले में जिला पुलिस ने सब-जेल मालेरकोटला के हैड वार्डन, 2 पुलिस कर्मियों व पूर्व सरपंच हरदेव सिंह को गिरफ्तार किया है। एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धूू ने बताया...
संगरूर (बेदी, विवेक सिंधवानी, नरेश, यादविंद्र): मालेरकोटला जेल में एक बंदी को दवाई के बहाने रिश्वत लेकर उसकी बहन के विवाह में शामिल करने के मामले में जिला पुलिस ने सब-जेल मालेरकोटला के हैड वार्डन, 2 पुलिस कर्मियों व पूर्व सरपंच हरदेव सिंह को गिरफ्तार किया है। एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धूू ने बताया कि सूचना मिली थी कि सब-जेल मालेरकोटला में बंद रवनीत गर्ग निवासी लहरा, हरदेव सिंह पूर्व सरपंच निवासी अलीपुर थाना संदौड़, विनोद कुमार फार्मासिस्ट सब-जेल मालेरकोटला, कंगन खान हैड वार्डन सब-जेल मालेरकोटला, हवलदार जगतार सिंह एस्कोर्ट गार्द मालेरकोटला और सिपाही जसकीरत सिंह एस्कोर्ट गार्द मालेरकोटला के साथ मिलीभगत करके रिश्वत देकर दवाई के बहाने 2 फरवरी को अपनी बहन के विवाह में शामिल हुआ है। इस संबंधी थाना सिटी-1 मालेरकोटला में उक्त व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
जांच दौरान हरदेव सिंह पूर्व सरपंच अलीपुर, कंगन खान हैड वार्डन सब-जेल मालेरकोटला, हवलदार जगतार सिंह और सिपाही जसकीरत सिंह एस्कोर्ट गार्द मालेरकोटला को गिरफ्तार किया गया है जबकि फार्मासिस्ट विनोद कुमार फरार है और मुख्य आरोपी रमनीत गर्ग जो सब-जेल मालेरकोटला में बंद है, को प्रोडक्शन वारंट हासिल करके गिरफ्तार किया जाएगा। दौराने पूछताछ यह बात सामने आई कि रमनीत गर्ग निवासी लहरा को पुलिस ने 250 ग्राम नशीले पाऊडर सहित गिरफ्तार करके सब-जेल मालेरकोटला में बंद किया था। जिसके साथ पहले हरदेव सिंह पूर्व सरपंच अलीपुर थाना संदौड़ मालेरकोटला जेल में बंद था।
जहां दोनों इकट्ठे एक ही बैरक में रहते थे। हरदेव सिंह पूर्व सरपंच अब जमानत पर बाहर आया हुआ है। हरदेव सिंह पूर्व सरपंच ने रमनीत गर्ग को उसकी बहन के विवाह में शामिल करवाने के लिए सब-जेल मालेरकोटला में हैड वार्डन कंगन खान के साथ बातचीत करके हैड वार्डन और फार्मासिस्ट विनोद कुमार के लिए 8 हजार रुपए 30 जनवरी को रिश्वत दी और 2 फरवरी को हैड वार्डन कंगन खान ने फार्मासिस्ट विनोद कुमार के साथ मिलकर रिश्वत के पैसे देकर रमनीत गर्ग को मैडीकल इलाज संबंधी सिविल अस्पताल मालेरकोटला रैफर करवाया।
उसके बाद हरदेव सिंह पूर्व सरपंच ने एस्कोर्ट गार्द के हवलदार जगतार सिंह, सिपाही जसकीरत सिंह के साथ तालमेल करके 5 हजार रुपए रिश्वत दी, जो रमनीत गर्ग को सिविल अस्पताल मालेरकोटला में ले आए। जहां डाक्टर ने रमनीत गर्ग को कोई बीमारी न होने के कारण फारिग कर दिया परंतु उक्तान कर्मचारी पहले हुई बातचीत के तहत रमनीत गर्ग को जेल ले जाने की बजाय उसकी बहन के विवाह में पैलेस में ले गए और विवाह के बाद करीब 3 बजे रमनीत गर्ग को सब-जेल में बंद करवा दिया।