Edited By Anjna,Updated: 13 Apr, 2018 03:24 PM
इराक से ताबूतों में बंद आए 39 भारतीयों के परिवारों के साथ बड़े-बड़े वादे करने वाली कांग्रेस सरकार लगता है उन वादों को 10 दिनों में ही भूल गई है। जानकारी के अनुसार इन 39 भारतीयों में से चार हलका मजीठा के रहने वाले थे। उन की आत्मिक शांति के लिए कल मजीठा...
अमृतसरः इराक से ताबूतों में बंद आए 39 भारतीयों के परिवारों के साथ बड़े-बड़े वायदे करने वाली कांग्रेस सरकार लगता है उन वायदों को 10 दिनों में ही भूल गई है। जानकारी के अनुसार इन 39 भारतीयों में से चार हलका मजीठा के रहने वाले थे। उनकी आत्मिक शांति के लिए कल मजीठा में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया विशेष के तौर पर पहुंचे थे। हैरानी की बात तो यह है कि पंजाब सरकार का कोई भी अधिकारी इस भोग में नजर नहीं आया।
मजीठिया ने कहा कि बादल सरकार के समय जब सरबजीत का शव पाकिस्तान से आया था तो वह खुद वहां पहुंचे थे और उस दुःख की घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया था। किंतु कांग्रेस सरकार हमेशा की तरह इस मौके पर भी अपनी जिम्मेदारियों पर खरी न उतरी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच और राजनीति सिर्फ ताबूतों के साथ फोटो करवाने तक सिमट कर रह गई। उनको इन परिवारों के साथ कोई सरोकार नहीं है।