Edited By swetha,Updated: 11 Apr, 2020 02:28 PM
कोरोना वायरस के कारण अबोहर-जोधपुर एक्सप्रेस, जिसे कैंसर ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है, को रद्द करने से कैंसर रोगियों को भारी धक्का लगा है।
बठिंडा: कोरोना वायरस के कारण अबोहर-जोधपुर एक्सप्रेस, जिसे कैंसर ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है, को रद्द करने से कैंसर रोगियों को भारी धक्का लगा है। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कई मरीज इलाज के लिए बीकानेर नहीं जा पा रहे। आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, बीकानेर में इलाज के लिए ट्रेन पंजाब के मानसा, बठिंडा, फरीदकोट, संगरूर, मोगा, मुक्तसर और फाजिल्का से होकर गुजरती है। बठिंडा में एंडवास कैंसर इंस्टीच्यूट और संगरूर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल खुलने के बावजूद कई लोग बीकानेर में अपना इलाज कराने जाते रहे है।
कोरोना वायरस के चलते स्तन कैंसर से पीड़ित महिनांगल गांव की गुरदीप कौर और मौड़ की अंग्रेज कौर की एंडवास कैंसर इंस्टीच्यूट में होने वाली सर्जरी रद्द कर दी गई है। गर्दन के कैंसर से पीड़ित फाजिल्का के पवन कुमार ने बताया कि उनका बीकानेर में इलाज चल रहा था। तालाबंदी के कारण उन्होंने एंडवास कैंसर इंस्टीच्यूट संस्थान का विकल्प चुना था। अब, वह भी कोरोना पीड़ितों के इलाज के क्वारंटाइन में तब्दील हो गया। पर कैंसर के कारण कीमोथेरेपी के दौर से गुजरने वाले मरीजों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में डॉ.परविंदर संधू ने कहा कि कोरोना मरीजों के रोगियों के लिए अस्पताल को आइसोलेशन में तब्दील कर दिया गया है। इसी कारण कई सर्जरी रद्द करनी पड़ी।