Edited By Updated: 04 Apr, 2017 12:06 AM
पंजाब में भारतीय जनता पार्टी तथा शिरोमणि अकाली दल की हार के बाद राज्य के राजनीतिक ....
जालंधर(पाहवा): पंजाब में भारतीय जनता पार्टी तथा शिरोमणि अकाली दल की हार के बाद राज्य के राजनीतिक समीकरण तथा भाजपा की भविष्य की योजनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश राठौर के साथ विशेष बातचीत की गई। प्रस्तुत हैं उसके कुछ अंश-
प्रश्र: पंजाब में भाजपा को उम्मीद से काफी कम सीटें मिलीं, इसका कारण किसे मानते हैं आप?
उत्तर: आजादी के बाद से पंजाब में ऐसा कोई राजनीतिक दल नहीं रहा है, जिसने 5 वर्ष के बाद हार न देखी हो। यह पहली बार हुआ था कि जब वर्ष 2012 में 5 साल की सत्ता के बाद अकाली-भाजपा को फिर से लोगों ने विजयश्री दिलवाई। लगातार 10 वर्ष तक अकाली-भाजपा ने सरकार चलाई, उसके बाद राज्य में कुछ हद तक सरकार के विरुद्ध एक लहर थी, जिसके साथ लोग बदलाव चाहते थे। यही कारण है कि अकाली-भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
प्र. पंजाब में कांग्रेस के सत्ता में आने को आप किस तरह से देखते हैं?
उ.: पंजाब में अकाली-भाजपा सरकार में पिछले 10 वर्ष में विकास का एक बड़ा लक्ष्य साध कर काम शुरू किया, जिसमें गठबंधन सरकार सफल भी रही। बेशक अब पंजाब में कांग्रेस ने सत्ता संभाली है, लेकिन इससे यह कहीं भी नहीं कहा जा सकता कि कांग्रेस सदाबहार सरकार दे पाएगी। मेरे ख्याल में जल्द ही कांग्रेस लुप्त हो जाएगी तथा उसका वजूद खत्म हो जाएगा। देश के अन्य राज्यों में यह सब हो चुका है और अब पंजाब में कांग्रेस का वजूद जल्द समाप्त होगा।
प्र. पंजाब में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस की तरफ से लिए गए जनप्रिय फैसलों को आप कैसे देखते हैं?
उ.: पंजाब में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने अभी तक मंत्रियों, विधायकों व अधिकारियों की गाडिय़ों से लालबत्ती ही गायब की है। इसका सीधे तौर पर आम जनता को कोई फायदा नहीं है, लेकिन यह एक अच्छी पहल है और मुझे लगता है कि इस प्रकार के कुछ और फैसले भी कांग्रेस को लेने चाहिए, जिनसे कि जनता को सीधे तौर पर कोई फायदा हो।
प्र.: आम आदमी पार्टी का पंजाब में क्या भविष्य है?
उ.: आम आदमी पार्टी पंजाब में एक बुलबुले की तरह निकली थी। जरूरत से ज्यादा उम्मीद की हवा में यह बुलबुला फूट गया। लोगों को समझ आ गई कि आम आदमी पार्टी सिर्फ बातें कर सकती है, जबकि जमीनी हकीकत में पार्टी के पास दिल्ली में किए कोई ऐसे कार्य नहीं है, जिन्हें वह विकास के तौर पर प्रस्तुत कर सके। मुझे लगता है कि आम आदमी पार्टी अब पंजाब में खत्म हो चुकी है।
प्र.: अकाली दल से अलग होकर चुनाव न लडऩा क्या भाजपा की भूल थी?
उ.: (मुस्कुराते हुए) पंजाब में शिरोमणि-अकाली दल व भाजपा कोई सामान्य गठबंधन नहीं बल्कि यह एक सामाजिक गठबंधन है, जिस कारण पंजाब में आतंक का दौर खत्म हुआ तथा अमन व शांति की बयार लगातार बह रही है। अकाली-भाजपा जैसे दल ऐसे अलग होते हैं तो उसका फायदा कम और नुक्सान ज्यादा होगा। यह गठबंधन न तो कभी टूटा है और न ही भविष्य में कभी टूटेगा। विधानसभा चुनावों में दोनों दल मिल कर लड़े थे और अब निगम चुनावों में भी दोनों दल मिल कर ही चुनाव मैदान में उतरेंगे।
प्र.: निगम चुनावों के लिए भाजपा की क्या तैयारी है?
उ.: भारतीय जनता पार्टी नगर निगम चुनावों के लिए पूरी तरह से मैदान में जुट चुकी है। पार्टी की तरफ से इस संबंध में बकायदा बैठकों का सिलसिला चल रहा है तथा आगे की रणनीति पर काम हो रहा है। पंजाब में निकाय चुनावों में भाजपा न केवल मैदान में उतरेगी बल्कि फिर से निगमों में सत्तासीन होगी। मेरे ख्याल में भाजपा ने जो विकास राज्य या निगम स्तर पर किया है, वह कांग्रेस कभी नहीं दे पाई। पिछले समय में जो भी कमियां सामने आई हैं उन्हें दूर किया जा रहा है।
प्र.: जालंधर निगम हाऊस की बैठक में पिछले दिनों हुए हंगामे पर आपकी क्या राय है?
उ.: भाजपा हो या कांग्रेस आम जनता के बिना कुछ नहीं है। जनता ने अगर कांग्रेस को राज्य की सत्ता दी है तो कांग्रेस को अपने मर्यादा तथा लोकतंत्र को ध्यान में रखना चाहिए। जालंधर निगम हाऊस की बैठक में कांग्रेस के विधायकों तथा पार्षदों ने जिस तरह का रवैया अपनाया तथा राज्य में अपनी सरकार होने का फायदा उठाते हुए बजट पास नहीं होने दिया, वह साफ करता है कि कांग्रेस विकास के पक्ष में नहीं है। वैसे भी निगम के जनरल हाऊस में कांग्रेस का जो रवैया रहा है, वह पूरी तरह से निंदनीय है। विरोध जताने के और भी तरीके हो सकते हैं।
प्र.: पंजाब भाजपा अध्यक्ष पद के लिए आपका नाम सुर्खियों में हैं, आप क्या कहते हैं?
उ. (मुस्कुराते हुए) भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रीय दल है तथा पार्टी का एक संविधान है, जिस पर पार्टी का हर नेता चलता है। पार्टी ने मुझे जो भी जिम्मेदारी दी है, मैंने उसे निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पार्टी ने मेरे बारे में भविष्य में क्या सोच रखा है, मुझे नहीं पता, लेकिन पार्टी अगर मुझे कोई भी जिम्मेदारी देगी तो मैं उस पर खरा उतरने के लिए हरसंभव प्रयास करूंगा।