Edited By Vatika,Updated: 07 Jul, 2018 04:39 PM
हते हैं कि मन में कुछ कर गुजरने का हौसला और जज्बा बुलंद हो तो कामयाबी आपके कदम खुद-ब-खुद चुमती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया मुक्तसर की बेटी ने जिसके जज्बे को आप भी सलाम करेंगे।
मुक्तसरः कहते हैं कि मन में कुछ कर गुजरने का हौसला और जज्बा बुलंद हो तो कामयाबी आपके कदम खुद-ब-खुद चुमती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया मुक्तसर की बेटी ने जिसके जज्बे को आप भी सलाम करेंगे।
जानकारी के अनुसार गांव जगत सिंह वाला की रहने वाली हरजिन्दर कौर के पिता और भाइयों की मौत हो गई थी।.घर में कोई कमाने वाला नहीं था लेकिन हरजिन्दर इन दुखों के आगे डगमगार्इ नहीं। उसने एक बेटा बनकर घर की सभी ज़िम्मेदारियों को अपने कंधों पर उठाया। 24 साल की हरजिन्दर कौर पिछले 9 साल से कृषि का सारा काम संभाल रही है और 6 एकड़ जमीन में ख़ुद खेती करती है।
घर संभालने के साथ-साथ हरजिन्दर कौर ने अपनी बहन की शादी की।.हर दुख सुख में हरजिन्दर की माता मुखत्यार कौर भी उसके साथ चट्टान की तरह खड़ी रही। हरजिन्दर कौर के इस कदम से गांववासियों और कांग्रेसी नेता जगजीत सिंह बराड़ हनी फत्तणवाला ने उसे सम्मानित किया।