Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Nov, 2017 10:44 AM
महानगर में अाज उस समय भयानक हादसा घट गया जब मन्ना सिंह नगर में माल से भरा ट्रक पलट गया। इस हादसे में 2 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी है।
लुधियाना(महेश): महानगर में उस समय भयानक हादसा घट गया जब मन्ना सिंह नगर में माल से भरा ट्रक पलट गया। इस हादसे में 2 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी है। हादसा सुबह करीब 9 बजे घटा बताया जा रहा है।
मन्ना सिंह नगर में ट्रक के नीचे आकर मारे गए दोनों मजदूर भाइयों को लेकर पार्षद अनीता खरबंदा के पति कृष्ण खरबंदा ने बताया कि 20 दिन पहले इस सड़क पर सीवरेज डाला गया था। सीवरेज का मैनहोल फैक्टरी के ठीक सामने था, जिसका लैंटर अभी पूरी तरह से सुखा नहीं था। ओवरलोडिड ट्रक के भार के कारण वह धंस गया और यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि इस बात का पता फैक्टरी के संचालकों को भी था कि अभी कुछ दिन पहले मैनहोल का लैंटर डाला गया है। हालांकि ट्रक चालक ने उन्हें मना भी किया था कि वह माल फैक्टरी से परे उतार ले, लेकिन वह नहीं माने।
नो एंट्री के बावजूद शहर में कैसे आया ट्रक
प्रात: 8 बजे के बाद भारी वाहनों का शहर के भीतर प्रवेश करना वॢजत है। यह आदेश जिला पुलिस मुखी की तरफ से जारी हुआ है। शहर के सभी एंट्री प्वाइंट पर इस संबंधी बोर्ड भी लगे हुए हैं, परंतु बावजूद इसके माल से भरा ट्रक कैसे शहर में घुस गया। लोगों का कहना था कि इसकी जांच होनी चाहिए कि उस वक्त इस जोन का ट्रैफिक इंचार्ज और निगम अधिकारी कहां थे और उन्होंने ट्रक कैसे अंदर घुसने दिया।
जिस सड़क पर हादसा हुआ उसकी हालत दयनीय
लोगों का कहना है कि भाई मन्ना सिंह नगर को प्रशासन की तरफ से इंडस्ट्री एरिया घोषित किया हुआ है। यह इलाका वार्ड नंबर 32 के अधीन आता है, जिसकी पार्षद अनीता खरबंदा है। यहां हौजरी सहित अन्य कई छोटी-बड़ी इकाइयां हैं, लेकिन जिस सड़क पर यह हादसा हुआ उसकी हालत बेहद खराब है। जगह-जगह पर गड्ढे हैं और उनमें सीवरेज का पानी खड़ा है। मांग के बावजूद पिछले लंबे समय से सड़क का न तो निर्माण करवाया गया है और न ही इसकी मुरम्मत करवाई गई है, जबकि वह कई बार इसकी शिकायत इलाका पार्षद और निगम अधिकारियों से कर चुके हैं। कुछ लोगों का तो यह आरोप था कि यह हादसा सीवरेज में इस्तेमाल कथित घटिया मैटीरियल के कारण हुआ है जिसके कारण ट्रक उसमें धंस गया।
घटिया सामग्री के कारण हर बार टूट जाता है लैंटर
फैक्टरी मालिक राजबीर ने कहा कि उसके ऊपर लगाए गए आरोप झूठे हैं। जिस वक्त यह हादसा हुआ मैं फैक्टरी में मौजूद नहीं था। मरने वाले श्रमिक मेरी फैक्टरी में काम नहीं करते थे। वे ट्रक चालक के साथ ही आए थे। फिर यह सवाल कैसे पैदा होता है कि मैंने ट्रक चालक को मजबूर किया कि वह ट्रक फैक्टरी के गेट के सामने लेकर आए। राजबीर ने कहा कि करीब 3 महीने से सीवरेज का काम चल रहा है। मैनहोल कई बार लैंटर डाला जा चुका है, लेकिन घटिया सामग्री के कारण हर बार टूट जाता है। करीब एक महीने पहले इस पर दोबारा लैंटर डाला गया। तब भी मैंने इस पर आपत्ति जताते हुए ठेकेदार को चेताया था लेकिन उसने मेरी बात नहीं सुनी। राजबीर ने बताया कि 8 इंच पाइप का सीवरेज उखाड़ कर दोबारा उसी इंच का सीवरेज लाइन बिछा दी गई, जबकि सभी फैक्टरी वाले पार्षद खरबंदा से अनुरोध करते रहे कि पहले उनके इलाके में 10-15 फैक्टरियां थी, लेकिन अब इनकी गिनती 7 गुना बढ़ गई है लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी।