Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Jun, 2017 10:54 PM
टॉवर टैकनीशियनों के एक समूह ने पंजाब और हरियाणा में लगभग 2600 मोबाईल टॉवरों (एक्टिव व पैसिव दोनों टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्टर)की साईटस को क्षतिग्रस्त किया, जिससे पंजाब में आठ जिलों - भटिंडा, पटियाला, संगरूर, मोगा, मानसा, फाजि़ल्का, फिरोजपुर और बरनाला...
चंडीगढ़ः टॉवर टैकनीशियनों के एक समूह ने पंजाब और हरियाणा में लगभग 2600 मोबाईल टॉवरों (एक्टिव व पैसिव दोनों टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्टर)की साईटस को क्षतिग्रस्त किया, जिससे पंजाब में आठ जिलों - भटिंडा, पटियाला, संगरूर, मोगा, मानसा, फाजि़ल्का, फिरोजपुर और बरनाला में तथा हरियाणा में तीन जिलों - रोहतक, रेवाड़ी और हिसार में नैटवर्क कनेक्टिविटी प्रभावित हुई।इससे राज्य के लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा और कम्युनिकेशन नैटवर्क पूरी तरह से कट जाने के कारण संपत्ति तथा बिजनेस राजस्व का काफी नुक्सान हुआ।
चूंकि पंजाब राज्य अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटा है, इसलिए फिरोजपुर तथा फजिल्का जैसे जिलों को बहुत ज्यादा महत्व दिएजाने की जरूरत है। टैकनीशियनों की ऐसी करतूत की वजह से नैटवर्क पूरी तरह से कट जाने से देश की सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है।राज्य के पुलिस विभाग कानून व प्रशासन की इस स्थिति को देखते हुए संबंधित संगठनों के साथ सहयोग करके परिस्थिति सामान्य करने का प्रयास कर रहे हैं।मानसा, समाना, भटिंडा, फिरोजपुर और फरीदकोट में टैलीग्राफ एक्ट की धारा 25 के तहत 15 से अधिक शिकायत दर्ज कर ली गई हैं।
इन असामाजिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। नैटवर्क पर कब्जा करने के दौरान दोषी टैकनीशियन हमारी टीम के सदस्यों के साथ हिंसा पर उतर आए और नैटवर्क के काम में बाधा डाली । दो एफ आई आर दर्ज कर ली गई हैं और दोषियों को हिरासत में ले लिया गया है। एरियल टैलीकॉम के ओ एण्ड एम हेड , पवन श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हम इस बात पर कायम हैं कि टैकनीशियनों का एक बहुत छोटा समूह डी जल चोरी और नैटवर्क को घाटा पहुंचाने जैसी कुरीतियों में संलग्न है । हमारी टीम जमीनी स्तर पर स्थिति सुधारने और नुकसान को कम करने की पूरी कोशिश कर रही है। हम पंजाब पुलिस के साथ काम करके सुनिश्चित कर रहे हैं कि अपराधियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा सके। हम इन कुरीतियों को रोकने के लिए उनके निरंतर सहयोग के आभारी हैं।’’
श्री वास्तव ने आगे कहा, ‘‘हम शेष टैकनीशियनों से आग्रह करते हैं कि वो किसी भी दबाव में न आएं और पंजाब व हरियाणा के नागरिकों को सुगम नैटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए काम करते रहें।’’ पंजाब व हरियाणा में निरंतर हो ती घटनाओं को देखते हुए कंपनियों ने पड़ताल की और यह पता लगाया कि कुछ टैकनीशियन व्यक्तिगत फायदे के लिए दुर्भावना से साईट पर टैलीकॉम और पॉवरउपकरणों को क्षति पहुंचाने(एक्टिव व पैसिव दोनों टैलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्टर)में संलग्न हैं।साथ ही वो साथी टैकनीशियनों को डरा धमका कर अपने साथ मिलाने और नैटवर्क बाधित करने का काम कर रहे हैं।
पिछले कुछ सालों में पंजाब राज्य में बिजली की क्वालिटी और आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है, लेकिन साईट चलाने के लिए टैकनीशियनों द्वारा डीजल की मांग में इसके अनुपात में कोई कमी नहीं आई। इन टैकनीशियनों द्वारा ये असामाजिक गतिविधियां व अशांति,टॉवर कंपनियों द्वारा डीजल की खपत पर निगरानी रखने तथा दैनिक बिजनेस अॉप्रेशन चलाने में फील्ड के अनुशासन तथा ज्यादा एफिशियंसी लाने के लिए उठाए गए कदमों की वजह से है।
टैलीकम्युनिकेशंस सैक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था के आधार के रूप में काम करता है और देश में हर रोज कई बार 1.17 बिलियन ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करता है।पंजाब में लगभग 15,000 मोबाईल टॉवर साईट हैं, जो 35 मिलियन टैलीकॉम उपभोक्ताओं को सेवाएं प्रदान करती हैं । यहां टैलीकॉम उद्योग से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 20,000 से अधिक लोग रोजगार पाते हैं।
टैलीकॉम टॉवर भारत में टैलीकॉम सेवाओं का आधार भूतस्तंभ हैं, जिन्होंने देश को सामाजिक-आर्थिक ज्ञानोन्मुख समाज में परिवर्तित कर दिया है।ये टॉवर ग्राहकों को वॉईस और डेटा की सुगम कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए अतिआवश्यक हैं।