Edited By Tania pathak,Updated: 06 Sep, 2020 04:02 PM
कुछ नौजवान परेशानियों के कारण और कुछ शौक के साथ गैंगस्टर बनते हैं और जो शौक के साथ इस रास्ता चलते हैं उन के लिए...
अमृतसर (छीना): एक गैंगस्टर जिस की हर तरफ़ दहशत होती थी, आज बुराई के रास्ते को त्याग कर लोग भलाई के कामों में ही लीन रहता है। जी हाँ ! यह कोई फ़िल्मी स्टोरी नहीं बल्कि गैंगस्टर रवनीत सिंह सोनू मोटा की सच्ची कहानी है, जिसने सन 2000 में कुछ दर्दनाक घटनाएँ घटने के बाद गैंगस्टर बनने का रास्ता चुन लिया था परन्तु आज वह समाज में एक नेक और ज़िम्मेदार मनुष्य की तरह रह रहा है। इस संबंधी बातचीत करते रवनीत सिंह ने कहा कि ज़िंदगी में कुछ ऐसीं घटनाएँ घटीं जिन्होंने मुझे गैंगस्टर बनने के लिए मजबूर कर दिया था परन्तु गैंगस्टर ज़िंदगी बहुत ही बुरी है जिसके रास्ते चलने के साथ घर का बर्बादी और पारिवारिक सदस्यों के लिए परेशानियाँ होती हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ नौजवान परेशानियों के कारण और कुछ शौक के साथ गैंगस्टर बनते हैं और जो शौक के साथ इस रास्ता चलते हैं उन के लिए हमारे कुछ गायक भी ज़िम्मेदार हैं, जो बदमाशी और हथियारों संबंधी गीत गा कर नौजवानों को गलत रास्ते पर पड़ने के लिए उकसाते हैं।
रवनीत ने पंजाबी गायकों से अपील करते कहा कि वह ऐसे गीत गाने से हमेशा गुरेज़ करे जिन को सुनने और देखने के बाद हमारी नौजवान पीढ़ी समाज प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को भुला कर गलत रास्ता चुन लेती है।
सोनू ने कहा कि वाहेगुरु की मेहर के कारण ही मैं गैंगस्टर से एक आम आदमी की ज़िंदगी शुरू की है, जिस कारण अब रोज़मर्रा की सेवा की हाज़िरी भरने समेत पिंगलवाड़े के मन्दबुद्धि बच्चों की सेवा करना ही मेरा मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि गुरू घर और ज़रूरतमंदों की सेवा करके मन को बहुत शान्ति मिलती है।