Edited By Updated: 08 Mar, 2017 02:27 PM
शहर के दुकानदारों द्वारा एक तो पहले ही अपना सामान नगर कौंसिल द्वारा निर्धारित रेखा से बाहर टिकाया होता है व दूसरी तरफ उनके द्वारा अपनी दुकानों के बाहर रेहडिय़ां लगाने के लिए रेहड़ी मालिकों से हजारों रुपए की रकम वसूली जाती है।
कपूरथला (गुरविन्द्र कौर): शहर के दुकानदारों द्वारा एक तो पहले ही अपना सामान नगर कौंसिल द्वारा निर्धारित रेखा से बाहर टिकाया होता है व दूसरी तरफ उनके द्वारा अपनी दुकानों के बाहर रेहडिय़ां लगाने के लिए रेहड़ी मालिकों से हजारों रुपए की रकम वसूली जाती है। बाजारों में ट्रैफिक की गंभीर समस्या के लिए दुकानदार भी जिम्मेदार हैं, क्योंकि अपना कारोबार तो है ही, ऊपर से अपनी दुकानों के बाहर रेहड़ी-फडिय़ां भी लगी हुई हैं। यह सिलसिला आज या कल का नहीं बल्कि काफी समय से चला आ रहा है लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इस बारे संबंधित विभाग व पुलिस प्रशासन को पूरी जानकारी होने के बावजूद भी उक्त विभाग खामोश है व ऐसे दुकानदारों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही जिस कारण दुकानदारों द्वारा रेहड़ी-फड़ी वालों से पैसे लेने का सिलसिला लगातार जारी है।
कुछ दिन उपरांत बेअसर हो जाती है कब्जे हटाने की मुहिम
दिन-प्रतिदिन बाजारों के छोटे हो रहे आकार के मद्देनजर नगर कौंसिल द्वारा पुलिस के सहयोग से बाजारों में दुकानदारों द्वारा निर्धारित रेखा से बाहर सामान रखकर किए अवैध कब्जे हटाने के लिए समय-समय पर मुहिम चलाई जाती है पर उसका असर कुछ दिनों उपरांत ही खत्म हो जाता है। दुकानदारों द्वारा दोबारा बिना किसी डर के अपना सामान सड़क पर फैलाकर रख लिया जाता है जिसके कारण लोगों को भारी परेशानियां पेश आती हैं।
दुकानदारों के खिलाफ की जाए कार्रवाई
शहर के छोटे हो रहे बाजारों की समस्या गंभीर रूप धारण करती जा रही है जो कम होने की बजाय दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस कारण ट्रैफिक व्यवस्था भी चरमरा रही है। शहर निवासियों ने जिला प्रशासन व संबंधित विभाग से पुरजोर शब्दों में मांग करते हुए कहा है कि बाजारों में अवैध कब्जे करने वाले दुकानदारों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए व इसके साथ-साथ जो दुकानदार अपनी दुकानों के आगे पैसे लेकर रेहड़ी-फडिय़ां लगवाते हैं, उनकी पहचान करके उन्हें दंडित किया जाए ताकि दिन-प्रतिदिन छोटे हो रहे बाजारों को बचाया जा सके।