Edited By Updated: 03 Mar, 2017 09:01 AM
जिले में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सुनसान स्थानों या गंदे नालों में भ्रूण फैंकने का आज पहला मामला सामने नहीं आया है। अपने पाप को छिपाने व अवैध संतान को ठिकाने लगाने के लिए गर्भपात करने का जिले में बड़ा खेल चल रहा है।
कपूरथला (भूषण): जिले में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सुनसान स्थानों या गंदे नालों में भ्रूण फैंकने का आज पहला मामला सामने नहीं आया है। अपने पाप को छिपाने व अवैध संतान को ठिकाने लगाने के लिए गर्भपात करने का जिले में बड़ा खेल चल रहा है। यदि पुलिस रिकार्ड पर नजर दौड़ाई जाए तो विगत 5 वर्षों के दौरान जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस करीब 35 भ्रूण बरामद कर चुकी है लेकिन किसी भी मामले में पुलिस कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई है। गौरतलब है कि कपूरथला शहर सहित जिलेभर में भ्रूण मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
जिले में अब तक जितने भी भ्रूण बरामद हुए हैं, उनमें से ज्यादातर सुनसान स्थानों या शहरों के बाहर बहते गंदे नालों से बरामद हुए हैं। गौरतलब है कि जिले में चल रहे कई नर्सिंग होम तथा कुछ गांवों में कई अशिक्षित दाइयों द्वारा चल रहे गैर-कानूनी मैडीकल सैंटरों में विगत कई दशक से गर्भपात करने के मामले लगातार सामने आते रहे हैं, जिनमें से कुछ में पुलिस छापामारी कर मामले भी दर्ज कर चुकी है लेकिन पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग न लगना तथा किसी के रंगे हाथों पकड़े न जाने से भ्रूण बरामदगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बताया जाता है कि जिले के कई नर्सिंग सैंटरों व गांवों के गैर-कानूनी सैंटरों में जहां आम मरीजों का इलाज बेहद कम देखने को मिलता है, वहीं ऐसे सैंटर अवैध तौर पर गर्भपात के लिए बदनाम रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि दलालों के मार्फत चलने वाले इस धंधे में 15 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक की रकम वसूली जाती है तथा उन्हीं लोगों को गर्भपात के लिए भर्ती किया जाता है जिनके संबंध में शिकायत न होने का भरोसा मिला हो। इस पूरे प्रकरण में विगत 5 वर्षों से इतनी बड़ी संख्या में भ्रूण मिलने के बावजूद एक भी मामले में गिरफ्तारी न होना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी करता है। शहर व आसपास के प्राइवेट अस्पतालों का रिकार्ड खंगालेगी पुलिस शहर के अमृतसर मार्ग पर मिले भ्रूण के मामले को सुलझाने के लिए सिटी पुलिस अब शहर व आसपास के क्षेत्रों में चलने वाले कई ऐसे प्राइवेट नर्सिंग होम व दाइयों का रिकार्ड खंगालने की तैयारियों में जुट गई है जहां विगत 48 घंटों के दौरान बच्चों का जन्म हुआ है। पुलिस शहर में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की भी मदद लेकर इस मामले को सुलझाने का प्रयास करेगी।इस संबंध में जब एस.एस.पी. अलका मीणा से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण मिलना बेहद शर्मनाक है, इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस टीमों को कड़े आदेश दिए गए हैं।