रेत बजरी, नशा माफिया, दलित उत्पीड़न की पोल खुलने के डर से कैप्टन सरकार ने रोकी CBI जांचः चुघ

Edited By Mohit,Updated: 10 Nov, 2020 06:59 PM

tarun chugh

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने बयान जारी कर कहा कि पंजाब की कैप्टन अमरेन्द्र सिंह..........

चंडीगढ़ः भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने बयान जारी कर कहा कि पंजाब की कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार द्वारा रेत बजरी माफिया, दलितों पर अत्याचार, बलात्कार, गैंगस्टरों द्वारा उत्पीड़न एवं नशों के खिलाफ निष्पक्ष जांच से बचने के लिए व पोल खुलने के डर के कारण पंजाब में किसी भी केस की सी.बी.आई. जांच करवाने से मना करना साबित करता है कि सतारुढ़ कांग्रेस पार्टी के पंजे की जड़ें सभी प्रकार के माफिया को संरक्षण देने का काम कर रही हैं। 

चुघ ने कहा कि गत दिवस पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने निष्पक्ष तौर पर पंजाब सरकार को लताड़ लगाते हुए कहा था कि कैप्टन सरकार माफियो पर अंकुश लगाने में विफल रही है तथा सरकार के प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि को संरक्षण माफियो के लिए वरदान साबित हो रही है। चुघ ने कहा कि 64 करोड़ के दलित छात्रों को स्काॅलशिप के घोटाले में कैबीनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत, फगवाड़ा के कांग्रेसी विधायक एवं विभाग के प्रशासनिक अधिकारी लिप्त होने के बावजूद कैप्टन सरकार ने अपने चहीतों को क्लीन चीट देकर पंजाब के दलित छात्रों के जख्मों पर नमक छिड़का है। 

चुघ ने कहा कि भाजपा शुरू से ही कैप्टन सरकार के 4 साल के शासनकाल में हो रहे घोटालों की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग करती आ रही है। भाजपा एवं पंजाब की जनता की मांग को ना मान कर कैप्टन सरकार ने अपनी हदर्थीमीता का परिचय दिया है। चुघ ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में भृष्टाचार एवं अपराधों की निष्पक्ष जांच से बचने के लिए सी.बी.आई. जांच पर प्रतिबंध लगाया जाना साबित करता है कि पंजाब समेत विपक्षी दलों के शासित सरकारें माफियो, अपराधियों एवं भृष्टाचारियों को सरंक्षण देकर जनता की आंखो में धूल छोंकने का काम कर रही है।

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