Edited By Updated: 17 Dec, 2016 09:32 AM
पंजाब के लचर गीत गाने वाले कलाकारों व ऐसे गीत लिखने वाले गीतकारों विरुद्ध भी कार्रवाई करने की मांग बढ़ती जा रही है।
सुल्तानपुर लोधी (सोढी): पंजाब के लचर गीत गाने वाले कलाकारों व ऐसे गीत लिखने वाले गीतकारों विरुद्ध भी कार्रवाई करने की मांग बढ़ती जा रही है।
बहुत सारे गीतकार व गायक हर रोज ऐसे अश्लीलता भरे गीत लिखकर व गाकर पंजाब की जवानी को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। पंजाबी गीतों द्वारा हथियारों को व नशों को बढ़ावा दे रहे गीतकारों व गायकों पर अगर ठोस कानूनी कार्रवाई की जाए तो स्वस्थ सोच वाले स्वच्छ समाज का निर्माण किया जा सकता है। इस संबंध में कुछ गण्यमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार इस प्रकार रखे।
आजकल पंजाबी सभ्याचार के नाम पर लचरता व अश्लीलता ही पंजाबियों को परोसी जा रही है। नई पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए ऐसे गीतों के रुझान पर रोक लगाना नितांत आवश्यक हो गया। -कुलदीप सिंह, सरपंच दुर्गापुर
झूठी शोहरत की खातिर हथियार उठाए गोलियां चलाने वाले तत्वों के विरुद्ध शिकंजा कसा जाना अब बहुत जरूरी हो गया है। हथियारों को उत्साहित करने वाले सभी गीतों पर सरकार व प्रशासन रोक लगाए। -मनजीत सिंह, सरपंच मुहबलीपुर
गत दिनों भटिंडा व अन्य स्थानों पर विवाह समारोह दौरान चली गोलियों में कीमती जानें जाने के घटित घटनाक्रम से हमें सबक लेने की जरूरत है। हथियारों की दौड़ पर सख्ती करना आवश्यक हो गया है। -सतविन्द्र सिंह सत्ता, नेता नंबरदार यूनियन
गीतकारों व गायकों से अपील है कि वे समाज को अच्छी दिशा देने वाले गीत लिखें व गाएं। हमें सोचना चाहिए कि आखिर क्यों हम लचर व भड़काऊ गायकी से अपनी नौजवान पीढ़ी को अपराधी बना रहे हैं। -बलजिन्द्र सिंह, अध्यक्ष लायंस क्लब सुल्तानपुर लोधी