Edited By Sunita sarangal,Updated: 15 Mar, 2020 02:40 PM
जहां देश में पहले ही कोरोना वायरस की दहशत के कारण हाहाकार मची हुई है वहीं आज पंजाब के जिला तरनतारन के इलाके भीखीविंड में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है।
सुरसिंघ/ भिक्खीविंड(गुरप्रीत ढिल्लों): जहां देश में पहले ही कोरोना वायरस की दहशत के कारण हाहाकार मची हुई है वहीं आज पंजाब के जिला तरनतारन के इलाके भीखीविंड में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है।
जानकारी के अनुसार गगनदीप कौर बेटी सरबजीत सिंह उम्र 23 साल दो साल के वर्क पर्मिट पर बहरीन गई थी। उसे वहां लगातार खांसी, जुकाम और बुखार होने के कारण डिपोर्ट कर दिया गया, क्योंकि उसे पंद्रह दिनों से सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। आज इसकी जानकारी जब स्वास्थ्य विभाग की टीम को मिली तो उन्होंने डा. गुरसेवक सिंह के नेतृत्व में उनके घर जाकर मरीज की जांच की और परिवार को हिदायतें दी कि मरीज को 14 दिनों तक घर से बाहर न जाने दिया जाए और मरीज अपने आंख, नाक और मुंह को न छुए। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जरूरी दवाइयां भी परिवार को दी और आवश्यक सावधानियों का इस्तेमाल करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने मरीज को गुरू नानक देव अस्पताल अमृतसर में इलाज करवाने के लिए रैफर कर दिया जिससे मरीज का सही ढंग से इलाज हो सके।
क्या कहते हैं जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डा. स्वर्णजीत धवन
इस संबंधी जब तरनतारन में जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डाक्टर धवन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मरीज में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं है। इसकी दिल्ली से जांच हो चुकी है फिर भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे इलाज करवाने के लिए गुरू नानक अस्पताल अमृतसर में रैफर किया है, जहां उसकी जांच की जाएगी।