Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Sep, 2017 11:02 AM
देश के राष्ट्रपति रहे डा. राधाकृष्ण का जन्मदिन 5 सितम्बर को पूरे देश में अध्यापक दिवस के तौर पर हर वर्ष पूरे उत्साह से मनाया जाता है......
मोगा (पवन ग्रोवर): देश के राष्ट्रपति रहे डा. राधाकृष्ण का जन्मदिन 5 सितम्बर को पूरे देश में अध्यापक दिवस के तौर पर हर वर्ष पूरे उत्साह से मनाया जाता है क्योंकि वह एक कुशल शिक्षाविद् थे। इस दिन पंजाब के राज्य तथा नैशनल स्तर तक प्राप्तियां करने वाले अध्यापकों का विशेष सम्मान भी किया जाता है।
अध्यापक तथा विद्यार्थी के आपसी रिश्ते को मजबूत करने सहित अध्यापक वर्ग से संबंधित शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए विशेष बातचीत दौरान यह बात उभरकर सामने आई कि जिन अध्यापकों में विद्याॢथयों को पढ़ाई करवाने की लगन है वह स्कूलों को साफ-सुथरा बनाने के लिए पंचायतों तथा स्कूल कमेटियों के साथ मिलकर स्कूलों की दिशा भी बदल रहे हैं। ‘पंजाब केसरी’ द्वारा इस संबंध में समाज की विभिन्न राजनीतिक तथा सामाजिक शख्सियतों के साथ की गई बातचीत के दौरान हर अधिकारी तथा कर्मचारी ने अपनी कामयाबी का मुख्य प्रेरणा स्राोत अभिभावकों के साथ-साथ अध्यापकों को बताया।
अच्छे अध्यापकों की प्रेरणा के चलते बदली सरकारी स्कूलों की दिशा
जिला मोगा के कस्बा कोटईसे खां के नजदीकी गांव निहालगढ़ के सरकारी प्राइमरी स्कूल की ई.टी.टी. अध्यापक यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जसविंद्र सिंह सिद्धू ने गांव की पंचायत व गण्यमान्यों से मिलकर दिशा बदली है। जब जसविंद्र सिंह सिद्धू ने इस स्कूल की बागडोर संभाली थी तब सिर्फ 16 बच्चे ही स्कूल में आते थे तथा गांव के बहुत से बच्चे बाहरी गांवों के स्कूलों में जाते थे लेकिन आज सिद्धू की मेहनत के चलते विद्याॢथयों की गिनती 500 से अधिक है। वहीं नजदीकी सात गांवों जसपुर गेहलीवाला, नसीरपुर जानिया, तलवंडी नौ बहार, महल तथा गलोटी के विद्यार्थी भी स्कूल में आते हैं।
सिद्धू ने इलाके के समाज सेवियों के सहयोग से स्कूल को वाटर फिल्टर, जैनरेटर, स्मार्ट क्लास रूम, शुद्ध पानी तथा पार्कों सहित हर पक्ष से विकसित किया है। सिद्धू ने स्पष्ट किया कि पंजाब के बहु संख्या में स्कूल अब अध्यापकों के कारण विद्याॢथयों को आधुनिक माहौल में पढ़ाने के लिए प्रयासरत हो गए हैं। इसके साथ ही कस्बा बधनी कलां में भी प्राइमरी स्कूल मास्टर बलराज कुमार हैप्पी सहित समूह स्टाफ के प्रयासों के चलते ऊपर से किसी प्राइवेट स्कूल का भ्रम डालता है। स्कूल में आधुनिक सुविधाओं के चलते बच्चों को अच्छे ढंग से पढ़ाया जाता है।