Edited By Vatika,Updated: 02 Oct, 2020 09:23 AM
कृषि कानूनों के विरोध में 3 अक्तूबर से होने वाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली में नवजोत सिद्धू की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने अमृतसर में वीरवार देर रात सिद्धू के साथ करीब डेढ़ घंटा...
अमृतसर(सुमित, ममता): कृषि कानूनों के विरोध में 3 अक्तूबर से होने वाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली में नवजोत सिद्धू की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने अमृतसर में वीरवार देर रात सिद्धू के साथ करीब डेढ़ घंटा मुलाकात की। मुलाकात के बाद रावत ने दावा किया कि सिद्धू पार्टी के कार्यक्रम में जरूर शामिल होंगे। इससे पहले सिद्धू राज्य कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे थे।
हालांकि लंबे समय तक चुप्पी साधने के बाद सिद्धू नए कृषि कानूनों के विरोध में मैदान में जरूरत उतरे लेकिन उनका प्रदर्शन पार्टी से हट कर रहा। इस बीच जब राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को लेकर पंजाब में तीन दिन प्रदर्शन करने की घोषणा की तो राजनीतिक हलकों में सबसे पहला सवाल यही उठाया जा रहा था कि क्या सिद्धू राहुल के साथ नजर आएंगे और क्या मुख्यमंत्री अमरेंद्र के साथ एक मंच पर नजर आना चाहेंगे। इन्हीं तमाम सवालों का जवाब जानने और सिद्धू की नब्ज टटोलने के लिए पार्टी आला कमान ने रावत की ड्यूटी लगाई थी। रावत ने कहा कि सिद्धू के साथ उनकी मुलाकात काफी अच्छे माहौल में हुई है और वह पार्टी की राज्य इकाई के हर कार्यक्रम में शामिल होंगे तथा 3 दिन के राहुल गांधी के प्रदर्शन के दौरान भी वह उनके साथ रहेंगे।
हालांकि इस मुलाकात के बाद सिद्धू ने फिलाहल न तो कोई टिप्पणी की है और न ही इस मुद्दे पर अभी तक अपने पत्ते खोले हैं। सूत्रों के अनुसार रावत ने सिद्धू को पार्टी प्रधान पद के लिए मनाने का भी प्रयास किया। सिद्धू के पंजाब अध्यक्ष पद पर आने से मौजूदा प्रधान जाखड़ नाराज हो सकते हैं और मुख्यमंत्री अमरेंद्र को भी यह रास नहीं आएगा, क्योंकि दोनों में शीतयुद्ध अभी जारी है, जबकि पार्टी हाईकमान सिद्धू तथा अन्य नाराज नेताओं को मनाने की तैयारी में है।