Edited By Des raj,Updated: 06 Aug, 2018 11:21 PM
सिविल अस्पताल में पिछले 2 साल से स्टाफ नर्स के तौर पर काम करती आ रही सीमा शर्मा दूसरी नर्सों और स्टाफ के लिए मिसाल बनी है। खरड़ निवासी कमलजीत शर्मा की पुत्री सीमा शर्मा ने बीते सुबह चलती एंबुलैंस में बच्चे की सफल डिलीवरी करके दिखाई है। सीमा शर्मा ने...
फतेहगढ़ साहिब(जज्जी) : सिविल अस्पताल में पिछले 2 साल से स्टाफ नर्स के तौर पर काम करती आ रही सीमा शर्मा दूसरी नर्सों और स्टाफ के लिए मिसाल बनी है। खरड़ निवासी कमलजीत शर्मा की पुत्री सीमा शर्मा ने बीते सुबह चलती एंबुलैंस में बच्चे की सफल डिलीवरी करके दिखाई है। सीमा शर्मा ने बताया कि रविवार को सुबह 10 बजे सिविल अस्पताल में साबरी नामक गर्भवती महिला आई थी और बच्चे का नाड़ूआ उसकी गर्दन से 2 बार लिपटा था और उसने डिलीवरी की कोशिश की लेकिन वह असफल रही। फिर उनको पटियाला राजिंद्रा अस्पताल में रैफर किया गया। वह खुद भी एंबुलैंस में डिलीवरी किट लेकर साथ ही चली गई।
उसने बताया कि सरहिंद से बाहर निकलते शमशेर नगर के पास उनकी पल्स रुकी दिखाई दी और उसने तुरंत आक्सीजन किट लगा दी। इस मौके पर उसने बड़ा जोखिम लेते हुए परमात्मा का नाम लेकर फिर डिलीवरी करने की कोशिश की जो सफल हो गई, जिसके बाद वह तुरंत जच्चा और बच्चा को राजिंद्रा अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने दोनों को खतरे से बाहर बताया।
वहां उसकी कारगुजारी की प्रशंसा भी हुई। सीमा ने कहा कि यदि डिलीवरी में थोड़ी लापरवाही हो जाती तो जच्चा और बच्चा दोनों को जान का खतरा हो सकता था। सीमा का कहना है कि उसकी प्रेरणास्रोत डा. जसप्रीत कौर है। इस मौके पर स्टाफ नर्स हरमीत कौर और इंद्रजीत कौर भी मौजूद थी। इस समय सीमा शर्मा को डा. तरसेम खुराना द्वारा प्रशंसा पत्र भी दिया गया। डा. तरसेम खुराना ने बताया कि वह सीमा शर्मा की इस बड़ी सफलता संबंधी आने वाली 15 अगस्त को विशेष सम्मान के लिए जिला प्रशासन को लिखकर भेंजेगे।