Edited By Vaneet,Updated: 22 Oct, 2018 10:49 PM
स्थानीय निकाय और पर्यटन मंत्री पंजाब नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों और अनाथ बच्चों की बड़ी जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें गोद लिया है। सिद्धू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मैं सभी अनाथ बच्चों को गोद लेता हूं। जितने भी...
अमृतसर(महेन्द्र): दशहरा पर्व वाले दिन स्थानीय जौड़ा रेलवे फाटक पर हुए हादसे को लेकर स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अमृतसर रेल हादसे में जितने भी बच्चे अनाथ हुए हैं उन सभी को वह खुद तथा उनकी पत्नी गोद (अडॉप्ट) लेते हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी बच्चे अनाथ नहीं कहलाएंगे, बल्कि जब तक वह जीवित हैं, तब तक इन बच्चों की परवरिश के साथ-साथ उनकी पढ़ाई-लिखाई का सारा खर्च करेंगे। सिद्धू ने कहा कि अपने जीवित रहते हुए वह इन परिवारों के घरों के चूल्हे भी कभी बुझने नहीं देंगे।
पहला वचन था: अमृतसर में ही रहूंगा, अब यह मेरा दूसरा बड़ा वचन
सिद्धू ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में इससे पहले उन्होंने लोगों को यह वचन दिया था कि वह मरते दम तक गुरु नगरी अमृतसर को छोड़कर नहीं जाएंगे। यहीं अपनी पक्की रिहायश रख लोगों की सेवा करेंगे। तभी से वह यहां रह रहे हैं। वह राजनीतिक जीवन में अपना दूसरा बड़ा वचन कर रहे हैं जिससे वह कभी पीछे नहीं हटेंगे, बल्कि अपने वचन पर मरते दम तक कायम रहेंगे।