Edited By Mohit,Updated: 31 Oct, 2018 04:22 PM
सतलुज-ब्यास में बढ़ रहे प्रदूषण ने दरिया के आस-पास रह रहे लोगों को रोगी बना लिया है। यहां के लोग चमड़ी रोग, पेट, फेफड़े और हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो रहे हैं। जनवरी 2018 से अगस्त 2018 तक दरिया के आस-पास जिला अस्पतालों में मरीजों की गिनती में काफी...
चंडीगढ़ (अश्वनी): सतलुज-ब्यास दरिया में बढ़ रहे प्रदूषण ने उसके आस-पास रह रहे लोगों को रोगी बना दिया है। यह लोग चर्म रोग, पेट, फेफड़े और हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो रहे हैं। जनवरी से अगस्त 2018 तक दरिया के आस-पास जिला अस्पतालों में मरीजों की गिनती में काफी बढ़ावा हुआ है। सिर्फ लुधियाना में चर्म रोग, पेट खराब, फेफड़ों की समस्या से हाई ब्लड प्रेशर के शिकार मरीजों की काफी अधिक गिनती पाई गई है।
सेहत विभाग ने इन मामले में एक विस्थारित रिपोर्ट तैयार की है, जिसको हाल ही में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर गठित सतलुज-ब्यास दरिया की मॉनिटरिंग कमेटी के सामने पेश किया गया। इस पर माॅनिटरिंग कमेटी ने काफी गंभीर नोटिस लिया है। सेहत विभाग को कहा गया कि जल्द से जल्द दरिया के पास वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों का हेल्थ सर्वे किया जाए । सेहत विभाग ने दो महीनों के अंदर हेल्थ सर्वे को पूरी करने की मंजूरी दी है।
हेल्थ कैंप लगाने के निर्देश
बीमारियों के बड़ रहे कहर को देखते हुए माॅनिटरिंग कमेटी ने प्रभावित इलाकों में हेल्थ कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं। सरकारी सेहत सेवा केंद्रों के इलावा पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को कहा गया है कि बोर्ट जल्द से जल्द इस संबंधी प्राइवेट अस्पतालों को निर्देश जारी करें।