Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2017 04:37 PM
शिअद का प्रतिनिधिमंडल वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलेने जाएगा और उन्हें एस.जी.पी.सी. द्वारा श्रद्धालुओं को दिए जानें वाले ''लंगर'' पर जी.एस.टी. में छूट देने का अनुरोध करेंगा।
चंडीगढ़ः शिअद का प्रतिनिधिमंडल वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलने जाएगा और उन्हें एस.जी.पी.सी. द्वारा श्रद्धालुओं को दिए जानें वाले 'लंगर' पर जी.एस.टी. में छूट देने का अनुरोध करेगा।
उक्त विचार अकाली दल के प्रधान तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को भी इस मुद्दे पर कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि छूट जी.एस.टी. परिषद द्वारा दी जानी चाहिए। राज्य को जी.एस.टी. परिषद में छूट के मामले में स्थानांतरित करना चाहिए I बादल ने कहा कि पंजाब वित्त मंत्री मनप्रीत बादल सिखों के लिए जवाबदेह हैं। जी.एस.टी. परिषद राज्यों को छूट की मांग को लागू करने की अनुमति देता है फिर क्यों ये मामला परिषद के समक्ष नहीं उठाया गया?
हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को पत्र लिखकर मंदिरों सहित विभिन्न धार्मिक स्थानों पर बांटे जाने वाले ‘लंगर’ और ‘प्रसाद’ को जीएसटी से छूट देने की मांग की है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर सिंह ने जेटली को याद दिलाया कि गुरूद्वारे को ‘लंगर’ में पकाने के लिए खरीदे जाने वाले सामान पर वैट से छूट दी गई थी। इन सामग्रियों को कर से छूट देने की सिख गुरूद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) और अन्य की अपील पर मुख्यमंत्री ने जेटली को पत्र लिखा।