Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 04:55 AM
राज्य विधानसभा में जून मध्य में पेश किए जा रहे पंजाब के वाॢषक बजट में शिक्षा व स्वास्थ्य...
जालंधर(धवन): राज्य विधानसभा में जून मध्य में पेश किए जा रहे पंजाब के वाॢषक बजट में शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए सर्वाधिक धनराशि आबंटित किए जाने के आसार हैं। सरकारी हलकों से पता चला है कि बजट को लेकर अमरेन्द्र सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं तय कर दी हैं, जिसके तहत आम जनता से जुड़े विषयों पर सरकार ज्यादा धनराशि खर्च करना चाहती है। मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने पहले ही कुछ दिन पूर्व वित्त विभाग के प्रधान सचिव को फोन कर शिक्षा क्षेत्र को अतिरिक्त धनराशि आबंटित करने के निर्देश दे दिए थे।
शिक्षा क्षेत्र पर धनराशि इसलिए ज्यादा रखी जाएगी, क्योंकि सरकारी स्कूलों में आधारभूत ढांचा बनाने के लिए अधिक बजट की जरूरत है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं कक्षा के घोषित नतीजों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद शिक्षा क्षेत्र के लिए विशेष धनराशि का प्रबंध करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। सरकार अगले एक वर्ष के अंदर नतीजों को सुधारना चाहती है तथा इसके लिए सरकारी स्कूलों में व्यापक आधारभूत ढांचा बनाने की जरूरत है। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी ऐलान किया था कि शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र उसकी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रहेंगे, इसीलिए बजट को भी कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है।
सरकारी हलकों ने बताया कि इसी तरह से आम जनता से जुड़े अहम विभाग स्वास्थ्य के लिए भी अधिक बजट राशि रखी जाएगी, क्योंकि शिक्षा व स्वास्थ्य दो ऐसे क्षेत्र हैं, जिनकी तरफ पूर्व सरकार के समय ज्यादा फोक्स नहीं किया गया था। अब मौजूदा सरकार ने अपनी प्राथमिकताओं में शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्रों को शामिल किया है। इसी तरह से ट्रांसपोर्ट सैक्टर के तहत प्राइवेट टैक्सियों को भी सरकार शुरू करना चाहती है तथा उसके लिए बेरोजगार नौजवानों को रोजगार के अवसर देने के लिए परमिट दिए जाएंगे तथा साथ ही सरकार बैंकों से ऋण भी इन नौजवानों को दिलवाना चाहती है।
ट्रांसपोर्ट सैक्टर को माफिया से मुक्त बनाने का ऐलान पहले ही मुख्यमंत्री कर चुके हैं तथा अब अगले कुछ दिनों में ट्रांसपोर्ट सैक्टर में भी व्यापक सुधार देखने को मिलेंगे। पूर्व सरकार के समय तो ट्रांसपोर्ट माफिया ही ट्रांसपोर्ट सैक्टर को संचालित कर रहा था। पंजाब बजट से यह पता चल जाएगा कि कांग्रेस सरकार की आने वाले वर्षों में प्राथमिकताएं कैसी रहेंगी? इतना जरूर है कि कांग्रेस सरकार इस समय उद्योग व कृषि दोनों क्षेत्रों में संतुलन बनाना चाहती है।