Edited By Updated: 20 May, 2017 04:01 PM
पंजाबी यूनिवर्सिटी में अध्यापक ग्रुपों में चल रही राजनीति चरम सीमा पर पहुंच गई है। इस राजनीति से वाइस चांसलर अनुराग वर्मा भी
पटियाला (जोसन) : पंजाबी यूनिवर्सिटी में अध्यापक ग्रुपों में चल रही राजनीति चरम सीमा पर पहुंच गई है। इस राजनीति से वाइस चांसलर अनुराग वर्मा भी बड़े परेशान हैं। यूनिवर्सिटी में यह शायद ही पहले कभी हुआ हो कि अध्यापक ही अध्यापक ग्रुपों के खिलाफ शिकायतें दे रहे हैं या शिकायतें करवा रहे हैं। अब यूनिवर्सिटी में जगह-जगह पर दीवारों पर पोस्टर लगे हैं जिनमें अनियमितताओं के कथित खुलासे किए गए हैं। जानकारी के अनुसार पंजाबी यूनिवर्सिटी में अध्यापकों के बहुत से ग्रुप बने हैं, कुछ ग्रुप ऐसे हैं जिन्होंने पूर्व वाइस चांसलर डा. जसपाल सिंह की नजदीकी हासिल करने के कारण उनसे बड़े-बड़े पद हासिल किए।
यूनिवर्सिटी के मामलों बारे चिंता रखने वाले डा. सतनाम सिंह संधू जैसे अध्यापकों का कहना है कि अब यूनिवर्सिटी बहुत बदनाम हो गई है, जिसके साथ आने वाले समय में दाखिले भी कम होंगे परंतु अब यह बदनामी बंद होनी चाहिए। अब जो पोस्टर यूनिवर्सिटी की दीवारों पर लगे हैं उनमें पिछले समय में डा. जसपाल सिंह के विरुद्ध रहे कुछ अध्यापकों के विरोध में लगाए गए हैं जिनके द्वारा अनियमितताओं बारे बताया गया है। कार्यकारी वाइस चांसलर अनुराग वर्मा का कहना है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी में चल रही अध्यापकों की राजनीति से वह बहुत परेशान हैं।