Edited By Vatika,Updated: 04 Apr, 2024 10:42 AM
पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच गठजोड़ चाहे सिरे न चढ़ पाया
चंडीगढ़: पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच गठजोड़ चाहे सिरे न चढ़ पाया हो मगर राजनीतिक हलकों में यह चर्चा आम है कि आगामी लोकसभा चुनाव में दोनों दल फ्रैंडली मैच खेलेंगे।
पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंद्र सिंह राजा वडिंग ने तो पिछले हफ्ते भाजपा द्वारा अकेले चुनाव लड़ने के ऐलान को ड्रामा करार देते हुए सीधे-साफ शब्दों में कहा भी था कि दोनों दल अंदरखाते एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। राजनीति में फ्रैंडली मैच का मतलब होता है, विरोधी के मुकाबले किसी सीट पर कमजोर उम्मीदवार मैदान में उतारना और इसकी एवज में किसी अन्य हलके में अपनी जीत यकीनी बनाने के लिए दूसरे पक्ष से कमजोर उम्मीदवार के जरिए फायदा उठाना। फ्रैंडली मैच और अंदरखाते मदद करने के आरोपों के बीच अकाली दल और भाजपा के लिए 2 हलकों पर सबकी नजरें टिकी हैं। यह चर्चा आम है कि बठिंडा में भाजपा और पटियाला में अकाली दल ने यदि तगड़े उम्मीदवार न दिए तो माना जाएगा कि दोनों दल फ्रैंडली मैच खेल रहे हैं।
अकाली दल के लिए बठिंडा सबसे अहम सीट
अकाली दल के लिए सबसे अहम सीट बठिंडा है, जहां हरसिमरत कौर बादल चुनाव लड़ती हैं। अकाली दल में बादल परिवार के रसूख से सभी वाकिफ हैं, ऐसे में इस सीट को हर हाल में जीतना पार्टी के लिए जरूरी हो गया है।चूंकि बादल परिवार से अन्य कोई सदस्य लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहा, इसलिए अकाली दल हरसिमरत की सीट को लेकर कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहेगा। बात बादल परिवार की सीट को लेकर है, इसलिए हरसिमरत कौर बादल जिस सीट से भी मैदान में उत्तरती हैं, उस सीट पर नजरें रहेंगी।