Edited By Vatika,Updated: 26 Jul, 2019 09:01 AM
पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुनैद रजा खान का पंजाब भर के इमामों के प्रति अपमानजनक व्यवहार तब देखने को मिला जब चंडीगढ़ कार्यालय में पटियाला के इमामों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने गया
जालंधर(अली): पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुनैद रजा खान का पंजाब भर के इमामों के प्रति अपमानजनक व्यवहार तब देखने को मिला जब चंडीगढ़ कार्यालय में पटियाला के इमामों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने गया तो अध्यक्ष ने प्रतिनिधिमंडल से बात करने की बजाय कहा कि आप जैसे इमामों को राजनीति से दूर रहना चाहिए क्यों आप लोग हंगामा करते हो, चुपचाप इमामत करो और अपने काम से काम रखो।
उल्लेखनीय है कि चेयरमैन ने कारी मोहम्मद इमरान राही को मिलने का समय दिया था लेकिन जैसे ही वह बोर्ड कार्यालय में उनसे मिलने पहुंचे तो पहले से तैयार बैठे चेयरमैन ने कहा कि आप मेरे खिलाफ आवाज उठा कर मेरा कुछ बिगाड़ नहीं सकते, थोड़ी देर तक नोक-झोंक के बाद कारी मोहम्मद इमरान राही अपने साथियों सहित बैठक से वाकआऊट कर गए और कार्यालय के बाहर गेट पर आकर पंजाब वक्फ बोर्ड चेयरमैन के खिलाफ रोष-प्रदर्शन करते हुए कहा कि उलमा के साथ बदतमीजी करने वाले चेयरमैन को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। पंजाब सरकार इमामों की अवहेलना करने वाले चेयरमैन को बर्खास्त करे।
इमामों की मांग थी कि पंजाब वक्फ बोर्ड रिटायर्ड अधिकारियों को क्षेत्र में तैनात करने की बजाय नए कर्मचारियों की भर्ती करे। पंजाब की मस्जिदों में स्थायी इमामों की भर्ती की जाए। मस्जिदों और इमामों की अनुदान राशि दिल्ली वक्फ बोर्ड के बराबर की जाए। मदरसों के अनुदान विधि को आसान बनाया जाए। इस दौरान उनके साथ कारी मोहम्मद फुर्कान, हाफिज मोहम्मद यामीन, हाफिज मोहम्मद फरमान आदि मौजूद थे। इस पूरे मामले में चेयरमैन वक्फ बोर्ड से उनका पक्ष जानने के लिए फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन उठाना जरूरी नहीं समझा। शायद उनके पास जनता से कुछ कहने के लिए शब्द नहीं हैं।