Edited By Kalash,Updated: 19 Mar, 2025 06:53 PM

इसे लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है
चंडीगढ़: बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी खतरों को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए स्कूलों में मिड-डे मील के लिए एल्युमीनियम के बर्तनों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसे लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि मिड-डे मील पकाने और परोसने के लिए एल्युमीनियम के बर्तनों का उपयोग बंद किया जाए। हालांकि बहुत से स्कूलों में एल्युमीनियम के बर्तनों का उपयोग बंद कर दिया गया है पर शिक्षा विभाग पूरी तरह से एल्युमीनियम का उपयोग रोकना चाहता है। पंजाब स्टेस मिड-डे मील सोसाइटी ने स्कूलों से नये बर्तन खरीदने की लागत का अनुमान देने के लिए कहा है। सरकार 31 मार्च तक सभी स्कूलों में बदल कर बर्तन देना चाहता है ताकि बजट का समय पर उपयोग किया जा सके।
विभाग ने एल्युमीनियम के स्थान पर स्टेनलेस स्टील, कास्ट आयरन या सिरेमिक कुकवेयर जैसे विकल्प सुझाए हैं। सूत्रों के अनुसार स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ऐसा करने के सुझाव दिए हैं क्योंकि ल्युमीनियम के बर्तनों से स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है। इसलिए इनका उपयोग कम से कम करने को कहा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एल्युमीनियम एक जहरीली धातु है जिसका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। लंबे समय तक उपयोग से एनीमिया, दिमागी कमजोरी आदि का खतरा रहता है।
स्कूल प्रशासकों को बताया गया है कि खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तन एल्युमीनियम के नहीं होने चाहिए। सूत्रों के अनुसार बर्तनों के बदलाव के लिए करीब 175 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट बनाया गया था। मिड-डे मील योजना के तहत एल्युमीनियम के बर्तन खरीदने के लिए प्रति विद्यालय 5,000 रुपये की ग्रांट दी जाती है, जबकि अब स्टील और पीतल के बर्तनों के लिए प्रति विद्यालय 10,000 रुपये की ग्रांट प्रस्तावित है।
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