Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 01:00 PM
अपनी करतूतों के कारण पंजाब पुलिस अकसर सुर्खियों में रहती है। कभी मारपीट करने तथा कभी नशें में झूलने की वीडियो सोशल मीडिया पर आम देखी जा सकती है।
जालंधरः अपनी करतूतों के कारण पंजाब पुलिस अकसर सुर्खियों में रहती है। कभी मारपीट करने तथा कभी नशें में झूलने की वीडियो सोशल मीडिया पर आम देखी जा सकती है।
अब एक नया खुलासा पंजाब पुलिस के नाम जुड़ गया है जिसमें सामने आया है कि चिट्टा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली पुलिस के कई मुलाजिम इसके आदी हो चुके हैं। नशे में डूबने के चलते कइयों की नौकरी जा चुकी है तो कई अन्य नशा छुड़ाऊ केंद्रों में इलाज करवा रहे हैं।
चिट्टा पीने वाले 500 से ज्यादा लोग रोजाना सिविल अस्पताल में दवा लेने आते हैं। नशे के आदी लोगों में बड़ी गिनती पुलिसवालों की भी है। मॉडल ड्रग डी एडिक्शन सैंटर के न्यूरोसाइकेट्रिस्ट डॉ. संजय खन्ना के अनुसार नशे की लत छुड़ाने के लिए भर्ती होने वालों में लगभग 10 प्रतिशत पुलिसवाले हैं। हम किसी की पहचान सार्वजनिक नहीं करते लेकिन नशे ने छात्रों से लेकर सरकारी अफसरों और महिलाओं तक को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। राहत की बात यह है कि अब लोग इसे बीमारी की तरह ले रहे हैं और इलाज के लिए अस्पताल आ रहे हैं। बहुत सारे मुलाजिम ठीक होकर गए हैं।
एम्स ने 2016 में किए पंजाब ओपिओयड डिपेंडेंस सर्वे में भी सरकारी अफसरों और पुलिसवालों के नशे की गिरफ्त में होने की बात कही थी। सर्वे के मुताबिक चिट्टा, अफीम और चूरापोस्त का इस्तेमाल करने वाले 10 प्रतिशत मामले पुलिस, छात्र और सरकारी अफसरों से जुड़े थे। सिविल में नशे की लत से आजाद होने के लिए भर्ती होने वालों में लगभग 10 प्रतिशत मरीज पंजाब पुलिस से जुड़े हुए हैं।