Edited By Vatika,Updated: 05 Apr, 2019 08:46 AM
लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा अब तक जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में लाल कृष्ण अडवानी व मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेताओं का नाम शामिल न करने का मुद्दा पहले दिन से ही सियासी गलियारों में पूरी तरह गर्माया हुआ है।
लुधियाना (हितेश): लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा अब तक जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में लाल कृष्ण अडवानी व मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेताओं का नाम शामिल न करने का मुद्दा पहले दिन से ही सियासी गलियारों में पूरी तरह गर्माया हुआ है।
इसके अलावा कई मौजूदा मंत्रियों व सांसदों को भी अब तक टिकट नहीं दी गई है जिसमें पंजाब से भाजपा के इकलौते सांसद व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला का नाम भी शामिल नहीं किया गया है जिसे लेकर भाजपा के अंदर व बाहर चर्चा छिड़ गई है कि कहीं पंजाब की प्रधानगी के बाद सांपला की टिकट पर भी खतरा तो नहीं मंडरा रहा है। यहां बताना उचित होगा कि सांपला पहली बार 2014 में होशियारपुर सीट से सांसद चुने गए थे, उसके बाद भाजपा ने उन्हें दलित चेहरे के रूप में पहले पंजाब का प्रधान व फिर केंद्र सरकार में मंत्री बना दिया लेकिन कुछ समय बाद ही पार्टी हाईकमान का मन सांपला से ऊब गया और विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद उनसे पंजाब प्रधान की कुर्सी छिन गई जिनकी जगह अब अरुण जेतली के करीबी श्वेत मलिक को जिम्मेदारी दी गई है।
इसी तरह लोकसभा चुनाव में भी पहली लिस्ट में अब तक सांपला की टिकट क्लीयर नहीं की गई है जिसकी वजह होशियारपुर के लोगों में उनकी कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी होने की हाईकमान तक पहुंच रही रिपोर्टों को भी माना जा रहा है। इसके अलावा फगवाड़ा से विधायक सोम प्रकाश व पूर्व चेयरमैन राजेश बाघा द्वारा सांपला को चुनौती देते हुए होशियारपुर से भाजपा टिकट की मांग की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पंजाब की इलैक्शन कमेटी द्वारा भी सांपला के साथ इन दोनों नेताओं का नाम भी पैनल में शामिल करके भेजा गया है जिस बाबत फैसला लेने के लिए दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक में भी सांपला का नाम क्लीयर नहीं किया गया। इस मीटिंग में श्वेत मलिक के अलावा कैप्टन अभिमन्यु, दिनेश कुमार व प्रभात झा के शामिल होने की सूचना है।