Edited By Subhash Kapoor,Updated: 30 Apr, 2025 06:58 PM

पानी को लेकर पंजाब हरियाणा एक बार फिर आमने सामने हो गए हैं। बताया जा रहा है कि पंजाब सी.एम. भगवंत मान ने हरियाणा को एक बूंद भी पानी देने से मना कर दिया है, जिसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब सी.एम. को पत्र लिखा गया।
पंजाब डैस्क : पानी को लेकर पंजाब हरियाणा एक बार फिर आमने सामने हो गए हैं। बताया जा रहा है कि पंजाब सी.एम. भगवंत मान ने हरियाणा को एक बूंद भी पानी देने से मना कर दिया है, जिसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब सी.एम. को पत्र लिखा गया। अब इसी पत्र का जवाब देते सी.एम. मान ने कहा कि आपका 27 अप्रैल का लिखा पत्र मीडिया के माध्यम से मुझे प्राप्त हुआ। आपने अपने पत्र में लिखा है कि मैंने फ़ोन पर आपको पंजाब के हिस्से का पानी देने का आश्वासन दिया था। ये सरासर झूठ और भ्रामक है। आप जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह लोगों को भ्रमित करना ठीक नहीं है। आपका फोन आया था। मैंने आपकी बात सुनी लेकिन मैंने आपको पंजाब के हिस्से से पानी देने का कोई आश्वासन नहीं दिया। ऐसा आश्वासन मैं कैसे दे सकता हूँ। क्योंकि पंजाब के पास देने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है।
हर साल BBMB हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के बीच पानी का बंटवारा करता है। BBMB का आदेश इस साल की 21 मई से अगले साल की 20 मई तक लागू होता है। तो चल रहे वर्ष में BBMB ने राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के बीच 3.318, 2.987 और 5.512 MAF पानी का बंटवारा किया। दुख की बात ये है कि हरियाणा की बीजेपी सरकार ने हरियाणा के हिस्से के पानी का सही से उपयोग नहीं किया और हरियाणा के हिस्से का पानी 31.03.2025 तारीख तक ही पूरा इस्तेमाल कर लिया। इसके बाद आपने पंजाब से अनुरोध किया कि आपके पास पीने का पानी नहीं है। आपने पंजाब से पीने के लिए रोज़ाना 4000 क्यूसेक अतिरिक्त पानी मांगा। हम पंजाबी बड़े दिलवाले हैं। गुरु महाराज जी ने हमें सीख दी है कि किसी भी प्यासे को पानी देना हमारा फ़र्ज़ है। हरियाणा के लोग हमारे भाई बहन हैं। लिहाजा हमने 06.04.2025 तारीख़ से अपने हिस्से के पानी से हरियाणा को रोज़ाना 4000 क्यूसेक पानी देना चालू कर दिया। हरियाणा की जनसंख्या 3 करोड़ है। इस हिसाब से पूरे हरियाणा के सभी लोगों के रोज़ पीने के लिए और सभी अन्य इंसानी ज़रूरतों के लिए 1700 क्यूसेक पानी पर्याप्त है। आपने हमसे उस से ढाई गुना ज्यादा 4000 क्यूसेक पानी मांगा। पंजाब के लोगों ने बड़ा दिल करके आपको 06.04.2025 तारीख़ से रोज़ उतना अतिरिक्त पानी देना शुरू कर दिया।
कुछ दिन पहले आपने कहा की इतने पानी से आपका गुज़ारा नहीं चल रहा। आपको रोज़ 8500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी चाहिए। ज़ाहिर है कि आपको ये पानी सिंचाई के लिए चाहिए। और आपके सामने ये समस्या इसलिए आयी क्योंकि आपने पूरा साल अपने हिस्से के पानी का सदुपयोग नहीं किया। सिंचाई के पानी की तो पंजाब के किसानों को भी बहुत कमी है। पूरे पंजाब में ग्राउंड वाटर लेवल नीचे जा रहा है। पंजाब के बांधों में जलस्तर अत्यंत चिंताजनक स्तर तक गिर चुका है - पोंग डैम 32 फीट, भाखड़ा 12 फीट और आरएसडी 14 फीट पिछले वर्ष की तुलना में नीचे हैं। इस स्थिति में हर बूंद अमूल्य है।
ऐसे में पंजाब के किसानों के हिस्से का पानी हम आपको नहीं दे सकते। इस पत्र के माध्यम से मैं ये भी कहना चाहता हूँ कि बीजेपी अपनी हरियाणा और केंद्र सरकार के माध्यम से पंजाब के लोगों के साथ धक्का करने की कोशिश कर रही है। जिस तरह से गैर क़ानूनी तरीके से BBMB बोर्ड की मीटिंग बुलाकर गैर क़ानूनी प्रस्ताव पास किए गए और अब केंद्र सरकार के ज़रिए पंजाब के पानी पर डाका डालने की कोशिश की जा रही है, ये सरासर गुंडागर्दी है। आप अपनी केंद्र सरकार की ताकतों का गलत इस्तेमाल करके पंजाबियों के साथ धक्का कर रहे हो। ये हम किसी हालत में नहीं होने देंगे। पंजाब के हक के पानी को हम किसी हालत में छीनने नहीं देंगे। आप धक्का करके पंजाब के हिस्से का पानी हरियाणा को देना चाहते हो। पंजाब का पानी, पंजाब के लिए है- और रहेगा।

