Edited By Subhash Kapoor,Updated: 24 Jun, 2025 06:16 PM

मशहूर पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ एक बार फिर विवादों में हैं। उनकी आगामी फिल्म 'सरदार जी 3' के ट्रेलर रिलीज़ के बाद एक नई बहस छिड़ गई है। इस बार विवाद की वजह बनी है फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हनिया आमिर की मौजूदगी।
पंजाब डैस्क : बॉलीवुड और पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार मामला उनकी आगामी फिल्म 'सरदार जी 3' में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर के साथ काम करने को लेकर उठा है।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखते हुए दिलजीत दोसांझ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। FWICE ने कहा है कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं, ऐसे में एक भारतीय कलाकार का पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम करना न सिर्फ गलत है, बल्कि देशहित के खिलाफ भी है।
FWICE ने पत्र में यह मांग की है कि दिलजीत दोसांझ की नागरिकता और पासपोर्ट रद्द किए जाएं, ताकि भविष्य में कोई भी कलाकार इस तरह का कदम उठाने से पहले दो बार सोचें। दिलजीत दोसांझ की ओर से अब तक इस पूरे विवाद पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। यह मामला अब न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री बल्कि सियासी गलियारों में भी गर्माया हुआ है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मांग पर क्या रुख अपनाती है।
'सरदार जी 3' के ट्रेलर रिलीज़ के बाद एक नई बहस छिड़ गई है। इस बार विवाद की वजह बनी है फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हनिया आमिर की मौजूदगी। फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार के शामिल होने को लेकर फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने आपत्ति जताई है और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) से फिल्म के सर्टिफिकेशन पर रोक लगाने की मांग की है। इतना ही नहीं ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर इस मुद्दे ने ज़ोर पकड़ लिया है। एक ओर राष्ट्रवाद के नाम पर दिलजीत की आलोचना हो रही है, वहीं दूसरी ओर फैंस दिलजीत के समर्थन में खड़े हैं और इसे "अनावश्यक राजनीतिकरण" बता रहे हैं।
FWICE के मुख्य सलाहकार अशोक पंडित ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिलजीत दोसांझ हमेशा से पाकिस्तानी कलाकारों को प्रमोट करते रहे हैं, जो फेडरेशन द्वारा जारी 'नो को-ऑपरेशन पॉलिसी' का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ फिल्म की बात नहीं है, ये राष्ट्रहित और सुरक्षा का मुद्दा है। पुलवामा हमले के बाद तय किया गया था कि किसी पाकिस्तानी कलाकार को भारतीय मंच नहीं मिलेगा। ऐसे में दिलजीत का यह कदम निंदनीय है।"
FWICE के पत्र के बाद CBFC की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। अगर प्रमाणन पर रोक लगती है, तो यह फिल्म की रिलीज़ को प्रभावित कर सकती है। साथ ही, इंडस्ट्री में एक बार फिर यह बहस तेज़ हो गई है कि क्या कला को राजनीतिक और कूटनीतिक सीमाओं से बंधा जाना चाहिए?