Edited By Sonia Goswami,Updated: 19 Apr, 2018 05:43 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह आज गृह मंत्रालय पहुंचे जहां उन्होंने। गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस दौरान दोनों में पंजाब की आंतरिक सुरक्षा को लेकर विचार-विमर्श किया।
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर पंजाब में आतंकवाद को दोबारा उभारने की चल रही साजिशों से निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाने का सुझाव दिया है ताकि राज्य में शांति व स्थायित्व को कोई खतरा पैदा न हो।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह को मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के बढ़ते खतरे को देखते हुए इंटैलीजैंस विंग को और मजबूत किया जाना चाहिए तथा विदेशों मुख्य रूप से कनाडा, इंगलैंड, अमरीका, इटली व जर्मनी में बैठे आतंकियों व उनके हितेषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने उन सोशल मीडिया कार्यकत्र्ताओं के विरुद्ध भी सख्त कदम उठाने के लिए कहा, जो शांति के लिए खतरा बने हुए हैं। उनका कहना था कि राज्य सरकार के कोनैक्ट विद युअर्स रूट्स कार्यक्रम को मजबूत बनाने की जरूरत है ताकि विदेशों में ऐसी गतिविधियों पर रोक लग सके।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह राज्य की पुलिस फोर्स स्कीम (एम.पी.एफ. स्कीम) के आधुनिकीकरण की मांग से सहमत थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवाद को पुन: जीवित करने की चल रही साजिशों पर रोक लगाने के लिए पुलिस फोर्स का आधुनिकीकरण करना अनिवार्य है। उन्होंने कानून व्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए एम.पी.एफ. स्कीम के तहत स्टेट् स्पैशल ब्रांच को मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त फंड देने का मामला भी गृह मंत्री के सामने उठाया। यह फंड केन्द्र सरकार द्वारा परोक्ष युद्ध, सीमा पार से आतंकवाद के खतरे तथा सीमा पार से नशीले पदार्थ, हथियार व विस्फोटक सामग्री भेजे जाने की संभावनांओं को देखते हुए राज्य सरकारों को अतिरिक्त रूप से दिए जाते हैं।