Edited By Subhash Kapoor,Updated: 01 Jan, 2025 04:57 PM
जल एवं सीवरेज विभाग की आय व वसूली की समीक्षा के लिए एक बैठक अतिरिक्त कमिश्नर सुरिंदर सिंह के कार्यालय में हुई। इस बैठक में एस.ई. संदीप सिंह, एक्सईएन भलिंदर सिंह, एक्सईएन स्वराजिंदरपाल सिंह, एक्सईएन मनजीत सिंह, सचिव राजिंदर शर्मा व अधीक्षक जल अनुभाग...
अमृतसर : जल एवं सीवरेज विभाग की आय व वसूली की समीक्षा के लिए एक बैठक अतिरिक्त कमिश्नर सुरिंदर सिंह के कार्यालय में हुई। इस बैठक में एस.ई. संदीप सिंह, एक्सईएन भलिंदर सिंह, एक्सईएन स्वराजिंदरपाल सिंह, एक्सईएन मनजीत सिंह, सचिव राजिंदर शर्मा व अधीक्षक जल अनुभाग और सभी एस.डी.ओ., जे.ई./वसूली कर्मचारी शामिल हुए।
बैठक में जलापूर्ति एवं सीवरेज विभाग की आय व वसूली पर विस्तार से चर्चा की गई और बताया गया कि वर्ष 2024-25 के लिए विभाग का कुल वसूली बजट 15 करोड़ रुपये था और अब तक 4.41 करोड़ रुपये की वसूली हो चुकी है। कम वसूली का मुख्य कारण कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का अपग्रेड होना है।
अतिरिक्त कमिश्नर सुरिंदर सिंह ने पत्रकारो को सम्बोधित करते हुए बताया कि जल एवं सीवरेज विभाग के कर्मचारियों को दैनिक वसूली बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि ओ एंड एम सेल के एस.डी.ओ./जे.ई. को अपने-अपने जोन में अवैध कनेक्शनों के साथ-साथ वसूली की जांच करने तथा बकायेदारों के कनेक्शनों के साथ-साथ अवैध कनेक्शनों को काटने के लिए तैनात किया गया है। जल आपूर्ति एवं सीवरेज प्रभारी को जोनवार बकायेदारों की सूची जे.ई. को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है, ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में वसूली शुरू कर सकें। सभी जेई को बकायेदारों के साथ-साथ अवैध कनेक्शनों के लिए नोटिस बुक भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे समय पर जल आपूर्ति एवं सीवरेज बिल जमा करवाएं तथा किसी भी कार्रवाई से बचने के लिए सभी अवैध कनेक्शनों को नियमित करवाएं। यदि किसी नागरिक को बिल से कोई आपत्ति है, तो वह किसी भी कार्य दिवस में जल अनुभाग प्रभारी से संपर्क कर सकता है।