Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 08:03 AM
लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से सांसद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की तरफ से लाल चौक में भारत का राष्ट्रीय ध्वज न फहराने देने के बयान के बाद जालंधर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच ने पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा की अध्यक्षता में फारूक का...
जालंधर(चोपड़ा): लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से सांसद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की तरफ से लाल चौक में भारत का राष्ट्रीय ध्वज न फहराने देने के बयान के बाद जालंधर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच ने पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा की अध्यक्षता में फारूक का पुतला फांसी पर चढ़ाया व प्रदर्शन कर उसे फूंका। किशन लाल शर्मा ने कहा-तिरंगा फहराने के खिलाफ बोलने वालों को फांसी पर लटकाया जाए। जो लोग देश के राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान नहीं करते, उनसे भारत की राजनीति में रहने का अधिकार भी सरकार को राष्ट्र हित में छीन लेना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि भारत की जनता की खून-पसीने की कमाई से जम्मू-कश्मीर की जनता एवं नेताओं को हर चीज में सबसिडी दी जाती है फिर क्यों नहीं कश्मीर में भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जा सकता। जो लोग हमारे राष्ट्रीय ध्वज का विरोध करते हैं, वे देशद्रोही हैं। उन्होंने नारे लगाते हुए कहा ‘जो कश्मीर हमारा है वो सारे का सारा है’, ‘जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है।’ जन जागृति मंच के प्रधान परमजीत सिंह कम्बोज ने फारूक अब्दुल्ला के बयान की ङ्क्षनदा करते हुए कहा कि देश के सभी राजनीतिक दलों को अपना पक्ष साफ करना चाहिए। कश्मीर में पत्थरबाजी के जन्मदाता फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता हैं।