Edited By Updated: 30 Apr, 2017 01:42 PM
चार दिन पहले ज्ञान सागर कालेज में पर्ल पीड़ित निवेशकों की कवरेज करने गए एक पंजाबी अखबार के भवानीगढ़ से पत्रकार परमजीत सिंह कलेर ने पुलिस पर थर्ड डिग्री देकर उसे टार्चर करने के आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं पत्रकार के मुताबिक लोगों की आवाज बुलंद करने के...
पटियाला (बलजिन्द्र) : चार दिन पहले ज्ञान सागर कालेज में पर्ल पीड़ित निवेशकों की कवरेज करने गए एक पंजाबी अखबार के भवानीगढ़ से पत्रकार परमजीत सिंह कलेर ने पुलिस पर थर्ड डिग्री देकर उसे टार्चर करने के आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं पत्रकार के मुताबिक लोगों की आवाज बुलंद करने के खमियाजे के तौर पर उस पर केस डाल कर केंद्रीय जेल पटियाला में दो-तीन दिन बंद भी रखा गया। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के राज में पत्रकार पर हुए जुल्म की हद इस स्तर पर हुई कि तीन दिन तक वह अपने परिवार को भी नहीं बता सका कि वह कहां है।
केंद्रीय जेल पटियाला में से रिहा होने के बाद पत्रकार परमजीत सिंह कलेर ने बताया कि वह एक पंजाबी अखबार में भवानीगढ़ से पत्रकार है और 24 अप्रैल को पर्ल निवेशकों की तरफ से बनाए गए इंसाफ की आवाज संगठन की कवरेज करने के लिए बनूड़ गया था। जहां वह पुलिस द्वारा निवेशकों पर किए जा रहे अत्याचार की कवरेज कर रहा था। उसके बाद पुलिस ने निवेशकों को थाने में बंद कर लिया तो एक निवेशक के पास उसका थैला था और वह अपना थैला लेने के लिए थाने गया तो उसे वहां ही रोक लिया गया।
जहां बार-बार अपनी पहचान बताने के बावजूद उसे जबरन बंद कर दिया और शाम होते ही पुलिस वालों ने शराब पीकर उसे थर्ड डिग्री टार्चर किया। उसने बताया कि उसे पुलिस वाले बनूड़ के रास्ते में पड़ती नहर में फैंकने लगे थे जिस पर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया और बाद में उसे गंडाखेड़ी थाने ले गए और एक मुंशी ने उसकी मदद की। कलेर ने बताया कि थर्ड डिग्री टार्चर होने के बावजूद उसका मैडीकल भी नहीं करवाया और कागजों में ही मैडीकल की कार्रवाई कर दी गई। बाद में पता लगा कि उस पर केस डाल दिया गया है और सुबह होते ही उसे केंद्रीय जेल पटियाला में बंद कर दिया गया। परमजीत कलेर ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से इंसाफ की मांग करते हुए लोकतंत्र की आवाज दबाने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस मौके पर मोगा से बलराज सिंह गागड़ा भी उपस्थित थे।