Edited By Vaneet,Updated: 26 May, 2018 07:44 PM
शिरोमणि अकाली दल के सांसद और वरिष्ठ नेता प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में ला....
जालंधर: शिरोमणि अकाली दल के सांसद और वरिष्ठ नेता प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाए जाने की मांग की है तथा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह से इन उत्पादों पर वैट कम करने का आग्रह किया है।
प्रो. चंदूमाजरा ने यहां कहा कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती खुदरा कीमतों को ध्यान में रखते हुए आम उपभोक्ता को तत्काल राहत देना जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इस समाधान के लिए दबाव बनाएगी क्योंकि स्थिति उस बिंदु तक पहुंच गई है जहां कुछ कठिन निर्णय लेना होगा। इसके अलावा, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी से अर्थव्यवस्था पर गुणक प्रभाव पड़ेगा और विकास को बढ़ावा मिलेगा और बदले में उच्च राजस्व प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी करने के खिलाफ विरोध की योजना बनाई है, जबकि इस मुद्दे पर राज्य में कांग्रेस सरकार का अपना रिकॉर्ड निराशाजनक है। उन्होंने इंगित किया कि अमरेंद्र सिंह सरकार ने वैट में आनुपातिक कटौती की घोषणा करने से इनकार कर दिया है जबकि केंद्र ने कभी-कभी पेट्रोलियम उत्पादों पर आठ प्रतिशत राहत देने का फैसला किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पंजाब में कांग्रेस को प्रदर्शन करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि इसकी अपनी सरकार ने लोगों से धोखा दिया था।
उन्होंने कहा कि अब राज्य में उभरा सबसे विशेषाधिकार प्राप्त परिवार स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का है, जिनके पुत्र को भी रोजगार प्रदान किया गया है। इससे पहले उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को निगम के अध्यक्ष के रूप में समायोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि सिद्धू दूसरों के लिए नैतिकता का प्रचार कर रहे हैं लेकिन वह खुद दोहरे मानक अपनाए हुए है। शाहकोट उपचुनाव पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि एक सीट से कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन यह अमरेंद्र सिंह सरकार है जिसके पास अपने क्रेडिट के लिए भी एक उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा कि अमरेंद्र सिंह सरकार ने लोगों को पूरी तरह से धोखा दिया है।