Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 May, 2017 11:28 AM
शायद सिविल अस्पताल में इंसानितय नाम की चीज खत्म हो चुकी है, इस बात की ताजा उदाहरण उस समय देखने को मिली जब सिविल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड के बाहर ........
जालंधर (शौरी): शायद सिविल अस्पताल में इंसानितय नाम की चीज खत्म हो चुकी है, इस बात की ताजा उदाहरण उस समय देखने को मिली जब सिविल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड के बाहर भीषण गर्मी में दोपहर को एक व्यक्ति बीमारी की हालत में बेसुध होकर गिरा पड़ा था। उसे न तो कोई एमरजैंसी का स्टाफ उठाकर उपचार के लिए लेकर जा रहा था और न ही कोई राहगीर उसे उठाने का कष्ट कर रहा था। बेसुध व्यक्ति दर्द से कराह रहा था। उसके पास से गाडिय़ां निकल रही थीं।
इतना ही नहीं एक गाड़ी तो उसके ऊपर ही चढऩे लगी थी। इस दौरान स्टाफ या दर्जा चार कर्मचारी को तो तरस नहीं आया। हा पास गुजर रहे कुछ युवकों ने बेसुध हालत में उसे जमीन से उठाकर पास पेडों की छांव में पार्क में बिठा दिया।