Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jul, 2017 12:19 PM
पंजाब के पानियों के मुद्दे पर किसी भी पक्ष के साथ बैठ कर कोई समझोता हो ही नहीं सकता क्योंकि पंजाब के पास किसी को देने के लिए पानी नहीं है ।
संगरुरः पंजाब के पानियों के मुद्दे पर किसी भी पक्ष के साथ बैठ कर कोई समझोता हो ही नहीं सकता क्योंकि पंजाब के पास किसी को देने के लिए पानी नहीं है और अगर इस मामले में कोई भी फैसला पंजाब के खिलाफ होगा तो वे पंजाब के लोगों और अकाली दल को स्वीकार नहीं होगा।
उक्त विचार पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने जिला संगरूर के लहरागागा में वर्करों के साथ मीटिंग करते व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पंजाब में पहले ही पानी के हालात चिंताजनक हैं और अगर दुसरे राज्य को पानी देने का कोई फैसला हुआ तो पंजाब में किसानों की अात्महत्याअों की गिनती बढ़ जाएगी।
ढींडसा आपने हलके लहरागागा में वर्करों के साथ मीटिंग करने पहुंचे थे जहां उन्होंने न सिर्फ वर्करों की समस्याअों को सुना बलकि अकाली वर्करों के साथ कांग्रेसी वर्करों द्वारा की जा रही धक्केशाही का भी गंभीर नोटिस लिया।
इस मौके मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि पंजाब के पास किसी को भी देने के लिए पानी नहीं है इसलिए इस पर बैठ कर समझोते का सवाल ही पैदा नहीं होता। ढींडसा ने पंजाब के मुद्दों पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की देश के प्रधानमंत्री से मुलाक़ात पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले में दोहरे मापदंड अपना रही है। जब अकाली सरकार प्रधानमंत्री से पंजाब के हित में कर्ज माफ़ी की बात करती थी तब कांग्रेस इसका विरोध करती थी लेकिन अब वही कांग्रेस पंजाब के मुद्दों को लेकर खुद प्रधानमंत्री से मिल रही है।
पंजाब में बढ़ रही गैगस्टरों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए ढींढसा ने कहा कि जिस तरह से सोशल मीडिया के जरिए पिछले दिनों गैंगस्टरों को उभारा गया है वो गंभीर मामला है। सबसे पहले सोशल मीडिया पर नियन्त्रण कर गैंगस्टरों के खिलाफ सरकार को सख्त रुख अपनाना चाहिए।
सिंह ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आंतकी हमले की भी निंदा की और सरकार से यात्रियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने की मांग की।