Edited By Vatika,Updated: 18 May, 2020 01:42 PM

रूपनगर हैडवर्क्स के निकट ऋषि मुनि दिशम आश्रम के संत का संदिग्ध परिस्थितियों में बेरहमी से कत्ल कर दिया।
रूपनगर /काठगढ़(विजय/राजेश): रूपनगर हैडवर्क्स के निकट ऋषि मुनि दिशम आश्रम के संत का संदिग्ध परिस्थितियों में बेरहमी से कत्ल कर दिया। सूचना मिलते ही मौके पर महात्मा के भक्त व क्षेत्रवासी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। महात्मा के शव की पहचान नहीं हो रही थी जबकि एक बाजू भी नहीं थी। महात्मा के बाल सिर से उखाड़े हुए थे व सिर धड़ से अलग था जबकि उनका कमरा खून से लथपथ था।

उक्त महात्मा योगेशवर सतलुज दरिया के किनारे अपने आश्रम में पिछले 40 वर्षों से रहते थे और दरिया किनारे बैठ पूजा-पाठ करते थे। महात्मा योगेश्वर 20 वर्ष की आयु में ही संन्यासी हो गए थे जोकि हिमाचल प्रदेश के सरकाघाट के निवासी थे। इसके अलावा कमरे में रखा सामान भी इधर-उधर बिखरा हुआ था और वहां से कुछ सामान चोरी भी हो चुका था। सूत्रों का कहना है कि आज सुबह महात्मा का एक भक्त आश्रम में उन्हें भोजन देने आया तो उसने देखा कि आश्रम का मुख्य गेट टूटा हुआ था और महात्मा कमरे में मृत पड़े थे। इसकी सूचना उसके भाई दिनेश कौशल को रूपनगर में दी गई जिसने इस संबंधी थाना काठगढ़ पुलिस (नवंशहर) से शिकायत की।

इसके उपरांत मौके पर पहुंचे पुलिस थाना काठगढ के एस एच.ओ. परमिंदर सिंह ने मौका-मुआयना करने के बाद बताया कि महात्मा का कत्ल कुछ दिन पहले हो चुका था और शव की हालत काफी खराब थी। उन्होंने बताया कि इस कल के साथ-साथ एल.ई.डी. व इन्वर्टर बैटरी भी चोरी है। थाना काठगढ़, जिला नवांशहर में आई.पी.सी. की धारा 460 के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विश्व हिंदू परिषद के प्रधान सतीश शर्मा व शिवसेना बाल ठाकरे के प्रधान अश्वनी कुमार सहित अन्य संस्थाओं ने मांग की कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए।