Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 03:11 PM
नगर निगम द्वारा अतिक्रमणों पर कार्रवाई बारे बनाई मोनीटरिंग कमेटी की मीटिंग दौरान हुए हंगामे का विवाद और गर्मा गया है। इसके तहत मुलाजिमों ने मौजूदा मैंबरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कमेटी का पुनर्गठन करने की मांग की है और उस समय तक कमेटी की मीटिंग में...
लुधियाना (हितेश): नगर निगम द्वारा अतिक्रमणों पर कार्रवाई बारे बनाई मोनीटरिंग कमेटी की मीटिंग दौरान हुए हंगामे का विवाद और गर्मा गया है। इसके तहत मुलाजिमों ने मौजूदा मैंबरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कमेटी का पुनर्गठन करने की मांग की है और उस समय तक कमेटी की मीटिंग में हिस्सा न लेने का ऐलान भी कर दिया है। यहां बताना उचित होगा कि अवैध कब्जों पर कार्रवाई बारे दिए आदेशों पर अमल संबंधी मोनीटरिंग के लिए एन.जी.ओ. के मैंबर लेकर कमेटी बनाने के आदेश कोर्ट ने दिए हुए हैं।
जो मैंबर अक्सर काफी देर तक कमेटी की मीटिंग या उस दौरान की गई अतिक्रमणों से संबंधित शिकायतों पर कोई कार्रवाई न होने के आरोप लगाते रहते हैं। इस मुद्दे को लेकर रोष जताने के लिए ही यह मैंबर 10 नवम्बर को हुई मीटिंग के दौरान जमीन पर बैठ गए। जिन्हें ज्वाइंट कमिश्नर सतवंत सिंह ने मुश्किल से शांत करके कुर्सियों पर बिठाया तो अतिक्रमणकारियों पर रोजाना के हिसाब से जुर्माना लगाने व पुलिस कार्रवाई बारे कोर्ट के आदेशों पर अमल न होने के पहलु पर माहौल गर्मा गया।
इस दौरान कमेटी मैंबरों ने अतिक्रमणों को संरक्षण देने की एवज में महीना लेने के कारण कार्रवाई न करने का आरोप लगाया तो मुलाजिम भड़क गए और दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी हुई और उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ बायकॉट कर दिया।
उधर, इस मामले में मुलाजिमों ने म्युनिसिपल इम्प्लाइज संघर्ष कमेटी के बैनर तले मैंबरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके तहत मुलाजिमों ने पहले मीटिंग वाले दिन ही धरना लगाया था और अब मीटिंग करके कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया है कि मीटिंग में मैबरों ने मुलाजिमों पर निजी व भ्रष्टाचार के आरोप तो लगाए, लेकिन उस बारे कोई सबूत नहीं पेश कर पाए। इसी तरह के आरोप लगाए जाने के कारण पहले भी कई बार मीटिंग रद्द करनी पड़ी है। इससे साफ होता है कि मैंबरों द्वारा शहर के विकास की जगह निजी हित से जुड़े मुद्दे उठाए जा रहे हैं। इसके मद्देनजर कमेटी को भंग करके उन मैंबरों को लिया जाए जो अफसरों के साथ मिलकर शहर की बेहतरी के लिए काम करना चाहते हों। ऐसा न होने तक मुलाजिमों ने कमेटी की मीटिंग में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है। इस मौके पर अश्विनी सहोता, जसदेव सेखों, देवी सहाय टंडन, राजीव भारद्वाज, हरपाल सिंह मौजूद थे।