Edited By Vaneet,Updated: 23 Oct, 2018 10:51 PM
शिरोमणि अकाली दल में इस्तीफों की झड़ी लगनी शुरू हो गई है। आज शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ उप प्रधान और सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने शिअद के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इससे...
अमृतसर(ममता): शिरोमणि अकाली दल के टकसाली नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री के बाद शिअद के बरगद के रूप में विख्यात रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने अपने बगावती सुर दिखाते हुए पार्टी में अपने अलग-अलग पदों से तो इस्तीफा दे दिया लेकिन पार्टी छोडने से इंकार कर दिया। यह इस्तीफा उन्होंने अपना स्वास्थ्य ठीक न होने और उम्र का तकाजा होने का बहाना बनाकर दिया।
इसके साथ ही उनका यह भी कहना था कि प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल एवं बिक्रमजीत सिंह मजीठिया बहुत ही समझदार हैं और वे पार्टी चला सकते हैं। ऐसे में उन्हें उनके रहने या न रहने से कोई फर्क नहीं पडने वाला है।रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने अपने निवास पर प्रैस कॉन्फ्रैंस के दौरान जहां अपने इस्तीफे की घोषणा की, वहीं यह भी कहा कि उनकी बादल के साथ कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहाकि वह आज शिरोमणि अकाली दल के सीनियर उपाध्यक्ष और कोर कमेटी के पदों से इस्तीफे दे रहे हैं लेकिन वह पार्टी के साथ बने रहेंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बरगाड़ी कांड या राम रहीम को माफी देने के कारण ही पंजाब में पुन: अकाली दल सत्ता में नहीं आ सका। इस पर उन्होंने कहा कि बरगाड़ी कांड को हुए करीब 3 साल हो गए हैं परन्तु अभी भी आरोपी नहीं पकड़े गए और न शहीद होने वाले सिख युवकों के परिवारों को कोई इंसाफ मिला है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि उन्होंने उस समय भी आंतरिक तौर पर पार्टी में इसका विरोध जताया लेकिन तब भी इस ओर पार्टी के संरक्षकों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
पार्टी के साथ किसी तरह की नाराजगी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि पार्टी हमारी है और वह इससे इस्तीफा नहीं देंगे लेकिन लोकसभा का चुनाव वह नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी उम्र 81 वर्ष हो चुकी है और पार्टी के लिए काफी काम कर चुके हैं। अकाली दल उनकी मां पार्टी है इसके लिए उन्होंने जेलें भी काटीं और कई तरह की कुर्बानियां भी कीं। इस मौके पर उनके साथ उनके बेटे रविन्द्र सिंह ब्रह्मपुरा, रत्न सिंह, अमरपाल सिंह, मनमोहन सिंह आदि उपस्थित थे, जबकि सेवा सिंह सेखवां चंडीगढ़ होने के कारण प्रैस कॉन्फ्रैंस में शामिल नहीं हुए।