Edited By Sunita sarangal,Updated: 08 Mar, 2020 11:40 AM
शिरोमणि अकाली दल बादल को उस समय बड़ा झटका लगा जब 2 बार सांसद रही बीबी परमजीत कौर गुलशन ने अकाली दल छोड़कर ढींडसा की पार्टी को समर्थन दिया।
बठिंडा(विजय): शिरोमणि अकाली दल बादल को उस समय बड़ा झटका लगा जब 2 बार सांसद रही बीबी परमजीत कौर गुलशन ने अकाली दल छोड़कर ढींडसा की पार्टी को समर्थन दिया। अकाली दल के एक नेता के घर में सुखदेव सिंह ढींडसा, दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ की मौजूदगी में बीबी गुलशन ने अकाली दल प्रति अपनी भड़ास निकाली। इस समय उनके साथ भोला सिंह गिलपत्ती, संयुक्त सचिव शिरोमणि अकाली दल बादल, राजविन्द्र कौर पूर्व जिला परिषद चेयरमैन के साथ कई अकाली कार्यकर्ता सुखदेव सिंह ढींडसा की पार्टी के साथ जुड़ गए।
इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री व राज्य सभा सांसद ढींडसा ने कहा कि वह 2022 का कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्हें किसी भी पद की आवश्यकता नहीं। जबकि एस.जी.पी.सी. में कई घपले हुए, जिनका भी पर्दाफाश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में पार्टी का स्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है जो उनके पतन का कारण बनेगा। सुखदेव सिंह ढींडसा ने चुटकी लेते हुए कहा कि सुखबीर बादल ने पार्टी के लिए कौन-सी कुर्बानी दी है और उसे पार्टी का अध्यक्ष क्यों बनाया गया? मानसा व अन्य रैलियां रद्द करने के मामले में ढींडसा ने कहा कि अकाली दल के पास अब न तो कार्यकर्ता हैं और न ही लोग उन पर विश्वास करते हैं तथा मजबूरी में उन्हें रैलियां रद्द करनी पड़ीं।
उन्होंने कहा कि 28 मार्च को एस.जी.पी.सी. का बजट आ रहा है। इसमें भी कुछ अलग से देखने को नहीं मिलेगा। शिरोमणि अकाली दल को अलविदा कहकर ढींडसा को समर्थन देने वाली पूर्व सांसद परमजीत कौर गुलशन ने कहा कि अकाली दल एक ऐसी पार्टी बन चुकी है, जिसमें नेताओं की कोई सुनवाई नहीं। वह कई वर्षों से पार्टी की समस्याओं को लेकर दुखी थीं लेकिन किसी ने भी उस पर विश्वास नहीं किया, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का मन बनाया।