Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 09:46 AM
पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ नशे के आरोपों में कार्रवाई की मांग को लेकर पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सुर नहीं मिल रहे हैं। दोनों ने प्रदेश कांग्रेस भवन में ज्वाइंट प्रैस...
चंडीगढ़(भुल्लर): पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ नशे के आरोपों में कार्रवाई की मांग को लेकर पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सुर नहीं मिल रहे हैं। दोनों ने प्रदेश कांग्रेस भवन में ज्वाइंट प्रैस कांफ्रैंस की, मगर सुर अलग-अलग रहे।
पत्रकारों के सवाल पर जाखड़ ने मुख्यमंत्री का पक्ष लिया, जबकि सिद्धू ने मजीठिया के खिलाफ आरोप होने की बात कही। जाखड़ का कहना था सरकार बिना ठोस सबूत के कार्रवाई नहीं करना चाहती। जब सबूत मिलेगा तो बिना दबाव के कार्रवाई होगी। सिद्धू और 40 विधायकों की ओर से मुख्यमंत्री को मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह करने के बावजूद सुनवाई न होने पर पूछे जाने पर जाखड़ ने कहा कि ऐसी बात नहीं है। विधायकों ने नशे के खिलाफ चिंता जताई है।
वहीं, सिद्धू ने कहा कि मजीठिया के कई नशा तस्करों से संबंध रहे हैं। गिरफ्तार लोगों ने ई.डी. और जांच एजैंसियों के पास बयान भी दिए हैं जिससे कार्रवाई होनी चाहिए। जाखड़ व सिद्धू के अलग सुर होने के बाद सत्र में दूसरे दिन मुद्दे पर सदन में ही कांग्रेस के अलग-अलग सुर सुनने को मिल सकते हैं। पता चला है कि जब खैहरा पर नशों के आरोपों का मुद्दा उठेगा तो सिद्धू व कांग्रेसी विधायकों का एक ग्रुप मजीठिया को घेरने का प्रयास करेगा। कुछ सदस्य सी.एम. के पक्ष में भी आ सकते हैं।