Edited By Subhash Kapoor,Updated: 05 Mar, 2024 11:07 PM
सिविल अस्पताल में तैनात महिला डॉक्टर ने दो महीनों में 243 गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर में भेज कर सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का घोर उल्लंघन कर किया है।
लुधियाना (सहगल) : सिविल अस्पताल में तैनात महिला डॉक्टर ने दो महीनों में 243 गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर में भेज कर सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का घोर उल्लंघन कर किया है। वहीं दूसरी ओर सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाऊंड बिल्कुल फ्री है। निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर महिला डॉक्टर के पति द्वारा चलाया जा रहा है। यह मामला स्वास्थ्य विभाग द्वारा छानबीन करने के उपरांत सामने जब 30 दिसंबर को सिविल सर्जन डॉक्टर जसबीर सिंह औलख वाचन निरीक्षण के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे अपने दौरे के दौरान उन्होंने कई अनियमिताएं नोट की और संदिग्ध मामलों पर छानबीन शुरू कर दी जिसमें से एक मामला गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए निजी क्लीनिक पर भेजने की बात भी सामने आई।
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सिविल सर्जन जसवीर सिंह औलख का कहना है कि जांच में यह बात भी सामने आएगी उक्त महिला डॉक्टर अपने पति के क्लीनिक पर स्वयं भी निजी प्रैक्टिस करती हैं। उन्होंने कहा कि जब जवाब तलबी की गई तो उक्त महिला डॉक्टर कोई संतोष जनक उत्तर नहीं दे सकी। जांच दौरान पता चला कि अक्टूबर महीने में सिविल अस्पताल से 125 गर्भवती महिलाओं को अपने पति के निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर रेफर किया गया जबकि 118 गर्भवती महिलाओं को नवंबर माह में अपने पति के अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भेजा। मामला उजागर होने के बाद सिविल सर्जन ने इस बारे में एक रिपोर्ट बनाकर डायरेक्टर हेल्थ को भेज दी है। इसके बाद डॉक्टर को चार्ज शीट कर रेगुलर इंक्वारी में शामिल किया जाएगा।