Edited By Subhash Kapoor,Updated: 14 Apr, 2024 05:07 PM
नगर निगम द्वारा बनवाई जाने वाली सड़कों के बिलों को मंजूरी अब तारकोल के असली बिल लगाने पर ही मिलेगी।
लुधियाना (हितेश) : नगर निगम द्वारा बनवाई जाने वाली सड़कों के बिलों को मंजूरी अब तारकोल के असली बिल लगाने पर ही मिलेगी। यह फैसला आडिट ब्रांच द्वारा किया गया है। इस संबंध में कमिश्नर को भेजे गए सर्कुलर में डिप्टी कंट्रोलर द्वारा मुद्दा उठाया गया है कि आडिट की मंजूरी के लिए पेश होने वाले विकास कार्यों के बिलों में कई खामियां सामने आ रही हैं। इसमें प्रीमिक्स की सड़कें बनाने से संबंधित मामले मुख्य रूप से शामिल है। जिसके मद्देनजर सड़कों के बिलों को मंजूरी देने के लिए पहले तारकोल के असली बिल लगाने की शर्त लगाई गई है। इसके साथ ही बी एंड आर ब्रांच के अधिकारियों को सर्टिफिकेट देना होगा कि तारकोल का जो बिल पेश किया जा रहा है, उसका इस्तेमाल उसी वर्क ऑर्डर से संबंधित सड़क के निर्माण के लिए किया गया है। इसी तरह एमबी पर जे ई के साथ एस डी ओ व एक्सईएन के साइन होना भी लाजिमी कर दिया गया है।
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आडिट द्वारा यह भी साफ कर दिया गया है कि किसी भी विकास कार्य के टेंडर की लागत में इजाफा करने के लिए पहले कमिश्नर के लेवल पर अलग से मंजूरी लेनी होगी। इसके साथ ही किसी आइटम के रेट में फर्क होने पर अलग से डिटेल बनाकर लगाने के लिए बोला गया है। इस फैसले को लागू करने के निर्देश कमिश्नर व एडिशनल कमिश्नर द्वारा चारों जोनों की बी एंड आर ब्रांच व ओ एंड एम सेल के अधिकारियों को जारी कर दिए गए हैं।
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