Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 09:17 AM
कहते हैं खरबूजा छुरी पर गिरे या फिर छुरी खरबूजे पर, दोनों ही परिस्थितियों में अंजाम तो खरबूजे को ही भुगतना पड़ेगा।
लुधियाना (खुराना): कहते हैं खरबूजा छुरी पर गिरे या फिर छुरी खरबूजे पर, दोनों ही परिस्थितियों में अंजाम तो खरबूजे को ही भुगतना पड़ेगा। ठीक उसी प्रकार आज नगर भर में घरेलू गैस सिलैंडरों की भारी शॉर्टेज को देखते हुए अधिकतर गैस एजैंसियों के डिलीवरी मैन उपभोक्ताओं की खाल उधेडऩे में लगे हुए हैं।
इस कड़ी के तहत जहां एजैंसियों के कारिंदे खपतकार को जल्द गैस सिलैंडर मुहैया करवाने के लिए जहां जमकर ओवर चाॢजस कर रहे हैं, वहीं किसी अन्य खपतकार की बुकिंग वाले गैस सिलैंडरों को जरूरतमंद परिवारों को देकर ‘फिरकी’ घुमा रहे हैं। गौरतलब है कि मौजूदा समय में इंडेन गैस कम्पनी में तकनीकी कारणों के चलते घरेलू गैस सिलैंडरों की सप्लाई में भारी किल्लत बनी हुई है, जिसके चलते कम्पनी से जुड़े आम खपतकारों को बुकिंग करवाने के बाद भी करीब 15 से 20 दिनों तक सिलैंडर की सप्लाई नहीं मिल पा रही है, जबकि अधिकतर एजैंसियों के कारिंदे सप्लाई की ज्यादा शार्टेज दिखाकर सिलैंडरों को ब्लैक करने में लगे हैं।
खपतकारों की परेशानियों को देख विभाग ने अपनाया सख्त रुख
‘पंजाब केसरी’ द्वारा गैस की शॉर्टेज के मुद्दे को लेकर गत दिनों से लगातार उठाई जा रही आवाज पर संज्ञान लेते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कंट्रोलर सुरिंद्र कुमार बेरी ने गैस कम्पनियों के सेल्स अफसरों व एजैंसी मालिकों से बैठक कर उन्हें चेताया कि गैस की किल्लत को जल्द दूर किया जाए। बेरी ने बताया कि उन्होंने एजैंसी मालिकों को निर्देश जारी किए हैं कि जिन खपतकारों के घरों में एक ही गैस सिलैंडर है, उन्हें बिना किसी देरी तुरंत सिलैंडर की डिलीवरी दी जाए। गैस की शॉर्टेज के कारण गैस सिलैंडर की ब्लैक मार्कीटिंग न होने के मुद्दे पर विशेष ध्यान दिए जाए।